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Ajmer शूटर्स से बरामद हथियार विक्रम शर्मा हत्याकांड में हुए इस्तेमाल

 
Ajmer शूटर्स से बरामद हथियार विक्रम शर्मा हत्याकांड में हुए इस्तेमाल
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  हिस्ट्रीशीटर, राजनेता व सर्राफा व्यवसायी की हत्या के इरादे से अजमेर भेजे गए हथियार का इस्तेमाल विक्रम शर्मा हत्याकांड में भी किया था। उन्हीं हथियारों को हिस्ट्रीशीटर आकाश सोनी के जरिए शूटर्स को पुन: मुहैया करवाया गया। हालांकि सोनी की सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने की गलती के चलते वारदात को अंजाम देने से पहले षड़यंत्र का खुलासा हुआ। पुलिस वरुण को शुक्रवार को कोर्ट में पेश करेगी।

क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस की गिरफ्त में आए 50 हजार के इनामी हार्डकोर अपराधी वरुण चौधरी ने कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि कुन्दन नगर में शूटर्स से बरामद किए गए 8 हथियारों का इस्तेमाल करीब तीन साल पहले अंजाम दिए गए विक्रम शर्मा हत्याकांड में किया गया था। फिर उन्हीं हथियारों को हिस्ट्रीशीटर संजय मीणा व अन्य की वारदात अंजाम देने के लिए भेजा गया। गौरतलब है कि आकाश सोनी व उसके गुर्गों ने 22 जुलाई 2020 रात करीब सवा 8 बजे बी. के. कौल नगर में विक्रम शर्मा की हत्या की वारदात अंजाम दी थी।

हत्या की साजिश से इनकार

पुलिस सूत्रों के मुताबिक वरुण चौधरी ने पुष्कर बांसेली में हिस्ट्रीशीटर सवाई सिंह की हत्या की वारदात में लिप्तता से भी इनकार किया है। सवाई सिंह की हत्या की वारदात हिस्ट्रीशीटर आकाश सोनी ने शहर में अपने वर्चस्व को स्थापित करने के लिए अंजाम दी थी।पुलिस पड़ताल में वरुण चौधरी ने अपने पैर में लगी गोली व शरीर की चोट का हवाला देते हुए उठने-बैठने में होने वाली परेशानी का जिक्र किया। उसने अब तक अपने टारगेट तक पहुंचने के लिए गिरोह के साथियों की मदद के जरिए पहुंचने का प्रयास किया है। गौरतलब है कि वरुण चौधरी के पैर में 2013 में विक्रम शर्मा व उसकी गैंग ने अजमेर क्लब चौराहा स्थित बेशकीमती जमीन को लेकर हमलाकर गोली मारी थी। इसके बाद भरतपुर में स्थानीय झगडे में वरुण पर लाठी, भाटे व सरियों से हमला किया गया। जख्मी वरुण को पुलिस ने रामकेश मीणा हत्याकांड में गिरफ्तार किया था।