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Ajmer रोजाना घट रहा है जलस्तर, बीसलपुर बांध का 1.5 मीटर खली रहना चिंताजनक

 
Ajmer रोजाना घट रहा है जलस्तर,  बीसलपुर बांध का 1.5 मीटर खली रहना चिंताजनक 

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  जिले में बनास नदी पर बने बीसलपुर बांध से जयपुर की 90 प्रतिशत और अजमेर जिले की 100 प्रतिशत आबादी की प्यास बुझाई जाती है, लेकिन इसे चिंताजनक ही माना जाएगा कि इस बार मानसून की वर्षा में बांध पूरा नहीं भरा है। बांध की भराव क्षमता 315.50 मीटर है। जबकि मानसून की बरसात में अधिकतम 314.01 मीटर ही पानी आया। बांध का डेढ़ मीटर खाली रह जाना जयपुर और अजमेर के लाखों लोगों के लिए चिंता का विषय है। एक ओर बांध डेढ़ मीटर खाली रहा है तो दूसरी ओर बांध का जलस्तर रोजाना करीब एक सेंटीमीटर घट रहा है।

कोई 20 दिन पहले बरसात का दौर थमने और बांध में पानी की आवक बंद हो जाने के बाद 16 अगस्त को बांध का जलस्तर 313.99 मीटर मापा गया जो 27 अगस्त को घट कर 313.90 ही रह गया है। सूत्रों के अनुसार अभी बांध का पानी 166 स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है। अब जब इतना पानी भरा हुआ है, तब रोजाना 1 सेंटीमीटर पानी कम हो रहा है, लेकिन जैसे-जैसे बांध का भराव क्षेत्र कम होगा, वैसे वैसे जलस्तर में तेजी से गिरावट होगी। बांध में बिजली की मोटर डालकर बड़ी मात्रा में पानी चोरी भी होगा। सरकार की लाख कोशिश के बाद भी नवंबर और दिसंबर माह में बांध से पानी की चोरी नहीं रोकी जाती है। गर्मी के दिनों में वाष्पीकरण के कारण भी जलस्तर तेजी से घटने लगेगा। बीसलपुर बांध के पानी पर नजर रखने वाले इंजीनियरों का मानना है कि आगामी मानसून तक पेयजल की सप्लाई में मुश्किल हो सकती है।

अजमेर जिले में पाइपलाइन का इंफ्रास्ट्रक्चर कमजोर होने से भले ही पानी की मांग अधिक नहीं हो, लेकिन जयपुर जिले में जिस प्रकार एक के बाद एक आवासीय कॉलोनी को बीसलपुर योजना से जोड़ा जा रहा है, उसकी वजह से जयपुर में अधिक पेयजल की आवश्यकता होगी। मौजूदा समय में जयपुर में 615, अजमेर में 320 तथा टोंक को 66 एमएलडी पानी सप्लाई हो रहा है। बीसलपुर बांध से 303 मीटर के जलस्तर तक ही पानी लिया जा सकता है। इसके बाद यदि पानी लिया जाएगा तो पानी के साथ मिट्टी आने की संभावना रहती है। ऐसे में बांध पर लगे पंप और बिजली की मोटरें जाम हो सकती हैं। बांध के मौजूदा पानी को आगामी मानसून तक चलाना जलदाय विभाग और सरकार के लिए चुनौती है। गत वर्ष बांध ओवरफ्लो हो गया था। इसलिए इस मानसून तक पेयजल सप्लाई में कोई परेशानी नहीं हुई, हालांकि सरकार बीसलपुर बांध के जलस्तर को बढ़ाने की योजना बना रही है, ताकि किसी वर्ष मानसून में बांध पूरा नहीं भरे तो अगले एक-दो साल तक पानी की कमी नहीं रहे, बांध की ऊंचाई बढ़ाने पर भी विचार हो रहा है।