चौरसियावास गांव के ग्रामीणों का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, अजमेर विकास प्राधिकरण के खिलाफ जमकर नारेबाजी
अजमेर जिले के चौरसियावास गांव के ग्रामीणों ने बुधवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में ग्रामीण रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहां घेराव करते हुए अजमेर विकास प्राधिकरण (एडीए) के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में कुछ समय के लिए तनाव का माहौल भी बना रहा।
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का आरोप है कि अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा चौरसियावास गांव की भूमि को लेकर मनमानी की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से जिस भूमि पर वे खेती कर रहे हैं और जहां उनके आवास स्थित हैं, उसे एडीए द्वारा बिना उचित सुनवाई के अधिग्रहण की प्रक्रिया में लिया जा रहा है। इससे सैकड़ों परिवारों के सामने आजीविका और आशियाने का संकट खड़ा हो गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में पहले भी कई बार संबंधित विभागों और अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं निकाला गया। इसी के चलते मजबूर होकर उन्हें कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करना पड़ा। रैली में महिलाएं, बुजुर्ग और युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए और हाथों में तख्तियां लेकर अपनी मांगें उठाईं।
प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने मांग की कि एडीए द्वारा प्रस्तावित विकास योजनाओं में गांव के हितों को नजरअंदाज न किया जाए और जबरन भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई तुरंत रोकी जाए। ग्रामीणों का कहना है कि विकास के नाम पर उन्हें उजाड़ा जा रहा है, जबकि पुनर्वास और मुआवजे को लेकर कोई स्पष्ट नीति सामने नहीं रखी गई है।
कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन की सूचना मिलने पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला। अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें शांत कराया और उनकी मांगों को सुना। इसके बाद ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें एडीए की कार्रवाई पर रोक लगाने और निष्पक्ष जांच की मांग की गई।
प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया कि उनकी शिकायतों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और संबंधित विभाग से रिपोर्ट मंगाई जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और नियमों के अनुसार ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
