Ajmer ससुराल वालों से परेशान होकर महिला ने खाया जहर, अस्पताल में भर्ती

मांगलियावास थानाधिकारी सुनील ताडा ने बताया कि पीसांगन निवासी रमाकांत बैरागी (29) पुत्र महावीर प्रसाद वैष्णव ने मांगलियावास थाने में शिकायत देकर बताया कि उसकी बहन सुषमा वैष्णव (22) की शादी अप्रैल में 2021 में किशनगढ़ निवासी किशन वैष्णव से हुई थी। उसकी बहन सुषमा पढ़ाई कर रही थी। ऐसे में वो पीहर में ही रहती थी। ससुराल कम ही जाती थी। लेकिन जब भी वहां गई उसे दहेज के लिए परेशान किया जाता था। पीड़ित भाई ने सुषमा के पति किशन वैष्णव, ससुर नंदकिशोर वैष्णव (48), ननद राधा (20) और उसकी सास (45) उसे दहेज के लिए परेशान करने का आरोप लगाया है। मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण मनीष बड़गुजर मामले की जांच कर रहे हैं।
मृतका सुषमा के भाई ने कहा कि वह 13 अगस्त की शाम भी उसे उसके पति किशन का फोन आया था और उससे दहेज की बात को लेकर परेशान किया गया था। इस दौरान करीब 25 मिनट तक किशन और उसकी ननद राधा उसे मानसिक प्रताड़ित करते रहे। इसके बाद वह अपने कमरे में चली गई। मृतका के भाई ने बताया कि किसान परिवार से होने के कारण उनके घर में कीटनाशक रखा था। बहन सुषमा ने वह पी लिया। इसके बाद जब उसकी तबीयत बिगड़ने लगी तो शाम 4.30 बजे उसे जेएलएन हॉस्पिटल अजमेर लेकर गए।
मृतका सुषमा के भाई ने कहा कि इलाज के दौरान उसकी बहन ने उससे कहा कि 'भैया मैं मेरे ससुराल वालों से परेशान हो गई हूं इसलिए यह कदम उठाया है, भैया मेरे दुश्मनों को सजा दिलवाना उसके बाद ही मेरी आत्मा को शांति मिलेगी।' मैं उसे समझाता रहा कि तुझे कुछ नहीं होगा। इसके बाद 14 अगस्त की सुबह 6.30 सुषमा ने दम तोड़ दिया। सुषमा के भाई रमाकांत ने कहा कि किशन (सुषमा का पति) रीट की तैयारी कर रहा था। उसने हाल ही में रीट का एग्जाम भी दिया था। वो सुषमा को बाइक लेने और बिजनेस शुरू करने के लिए पीहर से रुपए लाने को कहता था। वहीं सुषमा के ससुर अजमेर पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत हैं। रमाकांत ने बताया कि सुषमा के ससुर उसे किशनगढ़ के आरके नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन दिलाकर लाए थे। जिसके बाद उसे कहते थे कि इसकी फीस अपने पीहर से मंगवा ले। मृतका के भाई ने कहा कि बार- बार उसे नर्सिंग कॉलेज की पढ़ाई की किस्त चुकाने के लिए परेशान किया जाता था।