Alwar में पहला स्कूल 1871 में खोला गया था, आज जिले में स्कूलों की संख्या 5082 तक पहुंच गई

धार्मिक शिक्षण संस्थाओं को भी सरकारी सहायता दी गई। स्कूलों के उन्नयन को योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया गया और राजगढ़ के इंग्लिश मिडिल स्कूल को हाई स्कूल बनाया गया। इसके बाद 1931 में राजर्षि इंटरकॉलेज की शुरुआत हुई। 1948 तक यहां वनिका स्कूल 1, बॉयज हाई स्कूल 5, गर्ल्स उप्रावि 8, बॉयज उप्रावि 50, संस्कृत पाठशालाएं 3, प्राइमरी पाठशालाएं 95, नर्सेज टीचर ट्रेनिंग स्कूल 1, ग्रेजुएट लेवल कॉलेज 1 थे। आचार्य स्तरीय संस्कृत महाविद्यालय 1.
अपनाघर आश्रम में मंदिर का हुआ निर्माण
अलवर अपनाघर महिला आश्रम में नवनिर्मित मंदिर में गुरूवार को राधाकृष्ण की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। अपनाघर आश्रम की उपाध्यक्ष सरला जैन के सौजन्य से मंदिर का निर्माण हुआ है। आश्रम में रहने वाली महिलाओं को आशा तिवारी की ओर से अपने बेटे के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में कराया गया। कार्यक्रम में एनके जैन, सरला जैन, कविता यादव, गजेंद्र सिंह यादव, सुरेंद्र सोनी, अपनाघर आश्रम के संरक्षक संतोष कुमार अरोड़ा, जानकी देवी अरोड़ा, पुरुष आश्रम के अध्यक्ष अशोक कुमार मेठी, महिला आश्रम के अध्यक्ष अशोक कुमार आहूजा सहित अन्य उपस्थित रहे।