Ajmer बीसलपुर द्वितीय चरण के पंप की मियाद चार साल पहले खत्म हो गई

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर शहर की जलापूर्ति व्यवस्था ऑक्सीजन पर कही जा सकती है। बीसलपुर से नसीराबाद के रास्ते अजमेर शहर को जलापूर्ति करने वाले पंप अब हांफ चुके हैं। वर्ष 2021 में ही इनकी तय मियाद पूर्ण हो चुकी है। नसीराबाद से एसआर -7 तक आने वाली सीमेंट की लाइन भी काफी पुरानी हो चुकी है। ऐसे में जरा सी तकनीकी खामी से शहर में जलापूर्ति कभी भी प्रभावित हो सकती है। हालांकि इन्हें बदलने का प्लान तैयार किया जा रहा है। अजमेर शहर को जोड़ने वाली लाइन पुरानी होने के कारण यह आए दिन बर्स्ट होती रहती है। इससे ना केवल शहर में जलापूर्ति गड़बड़ाती है वरन विभाग को भी रखरखाव के लिए अधिक राशि व्यय करनी होती है। अब एस्कोडा डिजाइन के नए पंप लगने प्रस्तावित हैं जो कम उर्जा के साथ अधिक पानी लिफ्ट कर सकेंगे।
नए बजट में पंप बदलने के प्रावधान भूले
मौजूदा सरकार की पहली बजट घोषणा में अजमेर सहित जिले की जलापूर्ति को सुचारू करने के लिए बीसलपुर तृतीय फेज की स्वीकृति जारी की गई। इसके लिए 270 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई। इस राशि में होेने वाले कामों के तहत नई स्टील लाइन डाले जाने सहित कुछ जलाशय व टंकियां बनाई जानी थी लेकिन इसमें नसीराबाद पीएस-13 पर लगे पांच पंप बदले जाना शामिल नहीं था। यहां पुरानी तकनीक के पंप हैं। न्यू एस्कोडा मॉडल के पंप लगाने से जलापूर्ति तेज होगी व बिजली खर्च भी कम आएगा। ट्रिपिंग के दौरान भी आपूर्ति प्रभावित नहीं होगी।
लेंगे नए प्रस्ताव
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाल ही में स्वीकृत बजट में नसीराबाद पंपिंग स्टेशन पर न्यू एस्कोडा मॉडल के पंप लगाने के प्रस्ताव जोड़े जाएंगे। जिससे यहां नए मॉडल के पंप लगाए जाएंगे वहीं भविष्य में शहर को निर्बाध जलापूर्ति संभव हो सकेगी। बजट घोषणा में 270 करोड़ रुपए के प्रावधान हैं। इनमें नसीराबाद के पंपिंग स्टेशन के पम्प बदलने की जरूरत है। इस संबंध में प्रस्ताव विचाराधीन है। उच्च स्तर पर मंजूरी मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।