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अजमेर में न्यू ईयर पार्टियों पर पुलिस सख्त, शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को परिवार के हवाले करेगी

 
अजमेर में न्यू ईयर पार्टियों पर पुलिस सख्त, शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को परिवार के हवाले करेगी

अजमेर में नए साल के जश्न के दौरान शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर अब पुलिस सख्ती दिखाने जा रही है। न्यू ईयर पार्टियों के नाम पर होने वाली लापरवाही और सड़क हादसों को रोकने के लिए अजमेर पुलिस ने कड़ा फैसला लिया है। पुलिस ने साफ किया है कि शराब के नशे में पकड़े गए वाहन चालकों को अब सीधे थाने नहीं ले जाया जाएगा, बल्कि मौके पर ही उनके परिवार वालों को बुलाकर उनके हवाले किया जाएगा

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नए साल की रात शहर में जगह-जगह पार्टियों का आयोजन होता है, जहां से कई लोग शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं। इससे न सिर्फ उनकी जान खतरे में पड़ती है, बल्कि सड़क पर चल रहे अन्य लोगों की सुरक्षा भी प्रभावित होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह नई व्यवस्था लागू की जा रही है।

पुलिस ने बताया कि यदि शराब पीकर वाहन चलाने वाला व्यक्ति पकड़ा जाता है, तो सबसे पहले उसका मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा। इसके बाद उसके परिजनों को मौके पर बुलाया जाएगा और उन्हें समझाइश देकर व्यक्ति को सौंप दिया जाएगा, ताकि परिवार भी उसकी जिम्मेदारी समझे और आगे ऐसी गलती न हो।

हालांकि, पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर मौके पर परिवार वाले नहीं आते हैं, तो ऐसे व्यक्ति के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में वीडियोग्राफी कर सबूत जुटाए जाएंगे और मोटर वाहन अधिनियम के तहत चालान, वाहन जब्ती और अन्य कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अजमेर पुलिस ने न्यू ईयर को देखते हुए शहर में विशेष चेकिंग अभियान भी शुरू किया है। प्रमुख चौराहों, होटल, क्लब और पार्टी स्थलों के आसपास नाकाबंदी कर पुलिस टीमें तैनात की गई हैं। ब्रीथ एनालाइजर के जरिए वाहन चालकों की जांच की जा रही है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस कदम का मकसद लोगों को सजा देना नहीं, बल्कि उन्हें जिम्मेदार बनाना है। परिवार के सामने गलती उजागर होने से लोग भविष्य में शराब पीकर वाहन चलाने से पहले जरूर सोचेंगे।

पुलिस ने आम लोगों से भी अपील की है कि नए साल का जश्न जिम्मेदारी के साथ मनाएं। शराब पीकर वाहन न चलाएं और जरूरत पड़ने पर कैब या अन्य सुरक्षित साधनों का इस्तेमाल करें। प्रशासन का दावा है कि इस सख्ती से न्यू ईयर पर सड़क हादसों में कमी आएगी और लोग सुरक्षित तरीके से नए साल का स्वागत कर सकेंगे।