Aapka Rajasthan

Ajmer में पिंकी को मिली स्कूटी, सीमा से किया मुख्यमंत्री ने वर्चुअल संवाद

 
Ajmer में पिंकी को मिली स्कूटी, सीमा से किया मुख्यमंत्री ने वर्चुअल संवाद
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर की सीमा देवी ने वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री गहलोत से संवाद करते हुए कहा कि वह संतोषी माता स्वयं सहायता समूह के माध्यम से राजीविका कैंटीन चला रही हैं। आमदनी 3-4 हजार रुपए से बढ़कर 15-20 हजार रुपए हो गई है। राजीविका से उन्हें पहचान मिली है। इस दौरान पीसीसी उपाध्यक्ष नसीम अख्तर, सम्भागीय आयुक्त सी. आर. मीणा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ललित गोयल, जिला परिषद प्रबन्धक दिशी शर्मा आदि मौजूद रहेे। कार्यक्रम में वीसी के माध्यम से संबोधन में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राजीविका समूह के कामकाज से प्रदेश का आर्थिक सशक्तीकरण हो रहा है। अजमेर जिले से स्वयं सहायता समूहों की शुरूआत वटवृक्ष बन गई है। यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार का एक अहम प्रयास है।

मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को सौंपे चेक : मुख्यमंत्री ने बैंकों द्वारा दिए जाने वाले ऋण राशि के चेक स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को सौंपे। राजस्थान महिला निधि से दिए जाने वाले 63 करोड़ रुपए, आजीविका संवर्द्ध ंन सहायता द्वारा दिए जाने वाले 160 करोड़ रुपए एवं जलग्रहण विकास कर्न्वजेंस सहायता द्वारा दिए जाने वाले 98 करोड़ रुपए की राशि के चेक प्रदान किए। अजमेर. जवाहर रंगमंच में शुक्रवार को जिला स्तरीय सखी सम्मेलन आयोजित किया गया। राज्य स्तरीय सखी-सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया।

उन्होंने वर्चुअल माध्यम से राजीविका स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं से संवाद भी किया। उन्होंने महिलाओं को स्कूटी की चाबी सौंपी। इनमें अजमेर की पिंकी भी शामिल रही। सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने समर्थ सखी योजना, इंदिरा रसोई योजना (ग्रामीण), एकीकृत खेती क्लस्टर (आईएफसी) कार्यक्रम एवं डिजिटल सखी योजना का आगाज किया। डिजिटल सखी योजना के तहत महिलाओं को चरणबद्ध रूप से डिजिटल प्रशिक्षण दिया जाएगा। एकीकृत खेती क्लस्टर कार्यक्रम से महिला किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।