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Ajmer नेचर टूरिज्म- रिसर्च के लिए बने उद्यान में लोग 50-60 लोग ही आ रहे

 
Ajmer नेचर टूरिज्म- रिसर्च के लिए बने उद्यान में लोग 50-60 लोग ही आ रहे

अजमेर न्यूज़ डेस्क,अजमेर शास्त्री नगर में लोहागल रोड पर चार साल पहले जिस मकसद से नगर वन उद्यान बनाया गया था, वह अब तक पूरा नहीं हुआ है। वन उद्यान एजुकेशन, रिसर्च और नेचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था। अब तक यहां किसी शैक्षणिक संस्था के विद्यार्थी या स्कॉलर्स न तो एजुकेशन के लिए पहुंचे न ही रिसर्च के लिए वन विभाग ने इस मकसद को पूरा करने के लिए इन चार सालों में कभी भी न तो इसका प्रचार प्रसार किया न ही किसी संस्थान या विभाग को यहां आमंत्रित ही किया गया। टूरिज्म इसलिए नहीं बढ़ रहा उद्यान महज ढाई घंटे के लिए ही खोला जा रहा है। नगर वन उद्यान का उद्घाटन 22 नवंबर 2019 को तत्कालीन वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने किया था। डेढ़ करोड़ की लागत के इस उद्यान पर उद्घाटन से दो दिन पहले तक 1 करोड़ 27 लाख रुपए खर्च किए गए थे। बाद में करीब 22 लाख रुपए और खर्च किए गए। टूरिस्ट के लिए यह बंद है। नेचर टूरिज्म के लिहाज से यहां 80 फीट की ऊंचाई तक मचान बनाए गए हैं।

कभी कभार किसी खास दिवस पर स्कूली बच्चों को वन विभाग की ओर से यहां का भ्रमण करा दिया जाता है। एजुकेशन, रिसर्च और टूरिज्म के अलावा यहां प्राकृतिक माहौल में दोनों समय लोगों के सैर करने के लिए भी पाथ-वे, साइकिल ट्रैक आदि बनाए गए थे, ताकि सुबह शाम लोग यहां सैर के लिए आ सकें। उद्घाटन के एक माह बाद यानी जनवरी 2020 से यहां 10 रुपए शुल्क लेकर नेचर टूरिज्म के लिए लोगों को आकर्षित किया जाता था। विद्यार्थियों के लिए एंट्री फ्री रखने का निर्णय लिया गया था। लेकिन न तो यहां टूरिस्ट पहुंच रहे हैं न ही विद्यार्थी। सुबह 8 बजे तक यहां हर दिन 50 से ज्यादा लोग वैशाली नगर, पंचशील, लोहाखान, शास्त्री नगर जैसे क्षेत्रों से आते हैं। रात 8 बजे बाद यह उद्यान लोगों के लिए बंद कर दिया जाता है। नगर वन उद्यान बेहद खूबसूरत स्थान है, इससे ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए समय बढ़ाया जा सकता है। शनिवार रविवार को इसे टूरिस्ट के लिए खोलने को लेकर भी चर्चा की जाएगी। - अभिमन्यु सहारण, डीएफओ अजमेर