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Ajmer नागपंचमी और गोगड़ा पर्व पर घरों में भित्ती चित्र के जरिए नागदेवता का किया गया पूजन

 
Ajmer नागपंचमी और गोगड़ा पर्व पर घरों में भित्ती चित्र के जरिए नागदेवता का किया गया पूजन
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  नागपंचमी और गोगड़ा पर्व पर शहर में कई जगह पूजन किया गया। महिलाओं ने व्रत रखकर नाग देवता की पूजा-अर्चना कर दूध चढ़ाने के साथ ही तेजाजी के थान पर पूजा की। श्रावण मास की पंचमी पर लोगों ने कालसर्प योग की शांति के लिए पूजन कराया। सिंधी समुदाय सहित अन्य महिलाओं ने गोगड़ा पर्व पर सामूहिक पूजन किया। घरों में भित्ती चित्र के जरिए नागदेवता की आकृति बनाकर पूजा की गई। कई जगह मंदिरों को सजाया गया। नाग पंचमी पर कालसर्प दोष मुक्ति निवारण के लिए मंदिरों में अनुष्ठान हुआ। पुरोहितों ने कालसर्प दोष, मांगलिक दोष, राहु-केतु, पितृ दोष शांति के लिए मंत्रोच्चार के साथ विशेष आहुति दी। मंदिर पर सामूहिक रुद्राभिषेक किए गए।

गढ़ी मालियान श्मशान विकास समिति के तत्वावधान में सोमवार को शिव- प्रतिमा पर महिलाओं ने शिव महिमा स्तुति व भजन पेश किए। पार्षद नीतू मिश्रा, भावना चौहान, सुनीता चौहान, मनवार बबेरवाल, सुशीला सांखला, विमला भाटी, रेखा, निशा, सुनीता धारीवाल आदि मौजूद रहीं। पूज्य सिन्धी पंचायत के तत्वावधान में गोगड़ा पर्व मनाया गया। लत्ता भैरूमल बच्चानी ने गोगल वीर की कथा सुनाई। रामी देवी लालवानी के नेतृत्व में सिंधी परिवार में ठंडा भोजन बनाकर पूजन अखो-आराधना और पल्लव प्रार्थना की गई।

वैशाली नगर झूलेलाल मंदिर प्रेम प्रकाश आश्रम मार्ग स्थित शीतला माता मंदिर में सिंधी समाज ने गोगड़ा पर्व मनाया। महिलाओं ने मीठी और नमकीन रोटी, पकोड़े, सब्जियां एवं व्यंजन बनाए। शक्कर के नाग बनाकर पूजन के अलावा गोगल वीर की कहानी सुनी। पुष्कर. सावन मास की नाग पंचमी सोमवार को श्रद्धालुओं ने पंचकुंड के नाग कुंड पर नाग देवता का पूजन किया गया। मंशादेवी की प्रतिमा के साथ नाग देवता परदूध पुष्प मालाएं अर्पित की गई। वर्ष में एक बार यह पूजा का विशेष महत्व है। इसी नाग कुंड पर काल सर्प दोष निवारण के कई अनुष्ठान भी होते रहते हैं। नसीराबाद. नाग पंचमी का पर्व सोमवार को श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने नाग पंचमी की पूजा की। सुबह से ही महिलाएं रंग-बिरंगे परिधान धारण कर हाथों में पूजन सामग्री की थालियां लेकर बम्बी (सांप के बिल) तक गई और वहां पूजन कर अपने घर-परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। पूजन के लिए एक दिन पूर्व महिलाओं ने घरों में व्यंजन बनाए।