Ajmer नागफणी में पैंथर का मूवमेंट, वनकर्मी कर रहे निगरानी

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर नागफणी इलाके में पैंथर का मूवमेंट बना हुआ है। वन विभाग के कार्मिकों को पैंथर के मूवमेंट पर निगरानी रखने को कहा है। क्षेत्र में पैंथर दिखने से लोग दहशत में है। नागफणी और इससे सटे पहाड़ी क्षेत्र में पैंथर का मूवमेंट एक-दो दिन से बना हुआ है। क्षेत्रवासियों की मानें तो यहां दो-तीन पैंथर दिखे हैं। वन विभाग की टीम ने मंगलवार रात को गश्त की। बुधवार को भी विभाग की टीम ने इलाके को सर्च किया। मार्च-अप्रेल में दिखे थे पैंथर बीते मार्च-अप्रेल में पृथ्वीराज स्मारक, हैप्पी वैली, मिस्त्री मोहल्ला-गुलाबबाड़ी, फ्रेजर रोड के निकट कुछ लोगों ने पैंथर देखा था। उन्होंने पैंथर के मूवमेंट का वीडियो भी रिकॉर्ड किया। इसके बाद पैंथर कभी बस्ती तो कभी पहाड़ी इलाकों में दिखा।
सुबह से शाम उमड़ते- घुमड़ते रहे बादल
अजमेर. सावन की घटाएं बुधवार सुबह से शाम तक उमड़ती-घुमड़ती रही। हवा चलने के बावजूद उमस और गर्माहट बनी रही। अधिकतम तापमान 31.6 और न्यूनतम 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह से ही बादलों की टुकडिय़ां मंडराई पर बरसात नहीं हुई। धूप-छांव के चलते मौसम में गर्माहट महसूस हुई। मानसून की सुस्ती कायम रही। जिले में भी कमोबेश मौसम ऐसा ही बना रहा। न्यूनतम तापमान 27.0 डिग्री सेल्सियस रहा। आनासागर, पुष्कर, फायसागर सहित कई जलाशय लबालब हो चुके हैं। अन्य में 8 से 13 फीट तक पानी आया है। हालांकि इनमें से कई की क्षमता 15 से 20 फीट तक है। मानसून के 55 दिन बाकी: मानसून आषाढ़, सावन, भादौ और आसोज तक (1 जून से 30 सितम्बर) सक्रिय रहता है। इस लिहाज से मानसून के सिर्फ 55 दिन ही शेष हैं। जिले में करीब 425 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इस बार आंकड़ा पिछले दस साल के मुकाबले ठीक है। जिले की औसत बरसात 550 मिलीमीटर मानी जाती है।