Ajmer घाट किनारे अनाज बिक्री पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
वर्तमान स्थिति
नाग पहाड़ी से बरसात का पानी झरने के रूप में बहकर पुष्कर सरोवर में आता है। इस बडे भूभाग में अधिकांश जमीने कृषि योग्य किस्म की है। हरियाली से आच्छादित दिखने वाला नाला क्षेत्र में लबे समय से रिसॉर्ट, होटल बनते जा रहे हैं। सावित्री फीडर व पुष्कर फीडर के दोनों किनारों पर होटलें बनती जा रही है। खास बात तो यह है कि पालिका स्तर पर कईयों के मानचित्र स्वीकृत करने, भूउपयोग परिवर्तन करने की चर्चाएं भी है। पुष्कर पुरोहितों ने जिला कलक्टर के समक्ष आरोप लगाया था कि इन व्यावसायिक निर्माणों का अपशिष्ट निकास की कोई व्यवस्था नहीं है तथा बरसाती पानी के साथ सारी गंदगी बहकर पुष्कर सरोवर में गिरती है तथा जल प्रदूषण से मछलियां मर रही हैं।
जिला कलक्टर डा.भारत दीक्षित ने गुरुवार को सरोवर का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बताया कि पुष्कर सरोवर में जल प्रदूषण लगभग 90 प्रतिशत नियंत्रण में है। जल में कुल 11 एरिएटर लगाए जा रहे हैं। घाटों पर अनाज व खाद्य सामग्री बेचने व सरोवर में डालने वालों के खिलाफ सत कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने कहा कि घाटों पर तीन पारियों में सिविल डिफेन्स के 29 जवान लगाए हैं। यह टीम अनाज जब्ती , फाइन व बेचने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करेगी। उन्होंने सरोवर के ब्रह़मा घाट पर एसडीओ निखिल पोद्दार से अब तक किए गए उपायों की जानकारी ली। उन्होंने पुष्कर सरोवर का पूजन कर ब्रह़मा मंदिर में दर्शन भी किए। पुरोहितों ने घाट पर उनका अभिनंदन किया।
