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Ajmer में किसानों का प्रदर्शन, वार्ता के बाद ट्रैक्टर रैली स्थगित

 
Ajmer में किसानों का प्रदर्शन, वार्ता के बाद ट्रैक्टर रैली स्थगित
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर किसान महापंचायत के बैनर तले सोमवार को बड़ी संख्या में किसान ट्रेक्टरों के साथ अरांई के तहसील चौराहे पहुंचे और महापडाव डाल दिया। ट्रेक्टर रैली के साथ अजमेर में कलक्ट्रेट के घेराव की चेतावनी के बाद प्रशासन हरकत में आया और किसान महापंचायत से वार्ता शुरू की। तहसील व जिला कलक्टर की वार्ता के बाद किसान महापंचायत का 11 सदस्यीय शिष्टमंडल अजमेर पहुंचा और जिला कलक्टर से वार्ता हुई।  न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी के कानून के लिए किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष जाट के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान ट्रेक्टर लेकर सड़कों पर आ गए। अरांई तहसील के सामने दर्जनों ट्रेक्टर आंदोलन के लिए तैयार कर दिए गए हैं। जाट ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी का कानून देश के किसानों की आवाज है। जिन किसानों ने केंद्र में सरकार बनाई उन्हीं पर पुलिस राज थोपना जन भावनाओं को कुचलने वाला कृत्य है। उन्होंने चेतावनी दी कि डबल इंजन की सरकार देश के किसानों के ट्रेक्टरों की संख्या को नहीं भूले।

‘एमओयू को करें सार्वजनिक’

उन्होंने बताया कि किसानों में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के संबंध में मध्य प्रदेश व राजस्थान के मध्य हुए एमओयू को सार्वजनिक नहीं करने व फ़सल खराबा होने पर भी क्षतिपूर्ति नहीं देने से रोष व्याप्त है।

अरांई तहसील के बाद पहुंचे कलक्ट्रेट

अरांई तहसीलदार हनूत सिंह रावत, पुलिस उपाधीक्षक जनरैल सिंह, थाना प्रभारी भंवर सिंह ने किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट से वार्ता की। बाद में 11 सदस्यों की जिला कलक्टर से वार्ता हुई। किसान महापंचायत अध्यक्ष रामपाल जाट ने बताया कि जिला कलक्टर से शिष्टमंडल की वार्ता सकारात्मक रही। किसानों की जल्द सरकार से वार्ता करवाने पर सहमति बनी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर आंदोलन जारी रहेगा। अभी किसानों के साथ बैठकर महापड़ाव का दिन और समय तय किया जाएगा।

यह मांग भी थी शामिल

भारतीय किसान संघ राजस्थान इकाई के अध्यक्ष प्रहलाद जाट ने मांग पत्र में बताया कि अरांई क्षेत्र में फसल खराबा के बावजूद किसानों को मुआवजा नहीं मिला। फसल बीमा व खराबा की राशि किसानों के खाते में जमा नहीं हुई है।