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Ajmer में अभी गहराया पेयजल संकट, अगले 45 दिन होंगे भारी

 
Ajmer में अभी गहराया पेयजल संकट, अगले 45 दिन होंगे भारी
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  गर्मी के तेवर तीखे होने के साथ ही अजमेर की लाइफ लाइन बीसलपुर के पानी का वाष्पीकरण भी शुरू हो गया है। जुलाई माह में मानसून में अच्छी बारिश के साथ बांध का जल स्तर बढ़ने की उमीद पाले बैठे विभाग को फिलहाल मांग के अनुरूप पानी नहीं मिल पा रहा। जिससे कई इलाकों में आपूर्ति तीन से चार दिन बाद हो रही है। गर्मी को देखते हुए आगामी 45 दिनों में दो सेमी प्रतिदिन के हिसाब से 90 सेमी पानी भाप बन कर उड़ जाएगा। जिससे मौजूदा जल स्तर 310.65 आरएल मीटर से घटकर 309. 55 मीटर रहने का अनुमान है। मानसून 20 जून तक राजस्थान में प्रवेश करता है। विभाग ने 30 जून तक का प्लान बना रखा है। जुलाई में बारिश के साथ बीसलपुर बांध का जल स्तर मेेंटेन होने की उमीद है।

4 से 5 दिन तक तरसे

मांग के अनुपात से कम पानी मिलने का खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। शहर के हाथीखेड़ा, खरकेड़ी, बोराज, काजीपुरा, आंतेड़ के ऊपरी भागों सहित रातीडांग ईदगाह, नौसर व आसपास के ऊंचाई वाले क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति तीन से चार दिनों के अंतराल से हो रही है। जलदाय विभाग 48 घंटे मे जलापूर्ति का दावा कर रहा है लेकिन कई जगह 72 व 96 घंटे से भी ज्यादा समय में आपूर्ति की जा रही है। कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पांच से छह दिन तक आपूर्ति नहीं होने से लोगों को टैंकरों से पानी डलवा कर प्यास बुझानी पड़ रही है।

आखातीज पर तो लाइन 10 सालों से फूट रही

पेयजल आपूर्ति के दौरान आए दिन लाइन फूटने की वजह पुरानी सीमेंट की पीएससीसी लाइन बताई गई है। अतिरिक्त मुय अभियंता देवराज सोलंकी का कहना है कि उनका अनुभव है आखातीज के आसपास लाइन फूटने का सिलसिला गत 10 वर्षों से है। इसकी वजह तापमान एकदम तेज होना है। सीमेंट की लाइन की मियाद भी 2021 में पूर्ण होने के कारण इसमें कम दाब से आधी आपूर्ति की जा रही है। बीसलपुर सेकंड फेज में स्टील की समानांतर लाइन डाली गई है जिससे मुय आपूर्ति हो रही है। इसी प्रकार 22 सितबर को भी जब दिन व रात बराबर होते हैं इस दिन भी मौसम परिवर्तन से लाइन फूट जाती है।