Ajmer पानी में खड़े होकर किया जाता है दाह संस्कार, श्मशान घाट तक जाने के लिए सड़क नहीं

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर ब्यावर जिले के सुरड़िया ग्राम पंचायत के गांव बगता का बाड़िया में श्मशान स्थल तक कोई सड़क नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों को पानी के बीच से गुजरते हुए शव लेकर श्मशान स्थल पर जाना पड़ता है। ग्रामीण यहां पानी में खडे़ होकर दाह संस्कार करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस समस्या को लेकर कितनी ही बार प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को अवगत करा दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। सुरड़िया ग्राम पंचायत के गांव बगता का बाड़िया में करीब तीन सौ घरों की बस्ती है। सुरड़ियां ग्राम पंचायत से करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित इस गांव में करीब तीन सौ घरों की बस्ती है और करीब 1 हजार से डेढ़ हजार लोग रहते हैं। हाल ही में एक बच्चे की मौत हो गई तो ग्रामीण बच्चे के शव को गोद में लेकर पानी के बीच से दाह-संस्कार करने पहुंचे। यहां पर लोगों ने पानी के बीच ही खड़े होकर दाह संस्कार किया।
नैनू सिंह ने बताया कि गांव में तीन सौ घरों की बस्ती है। पिछले 100 सालों से श्मशान पर जाने का कोई रास्ता नहीं। पानी भरा हुआ है और पानी के बीच से गुजरना मजबूरी है। पांचू सिंह ने बताया कि श्मशान घाट को लेकर परेशानी है। शव ले जाने में भी बहुत दिक्कत है। कई बार प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा। मोखम सिंह ने बताया कि रास्ते में कांटे ही कांटे है। पानी भर जाता है। रास्ता नहीं है। ग्राम पंचायत सुरड़ियां के गांव बगता का बाड़ियां में अपर प्राइमरी स्कूल है। कार्रवाई करेंगे जवाजा पंचायत समिति के प्रधान गणपत सिंह रावत से बात की तो उनका कहना था कि इस बारे में जानकारी नहीं थी, पता करेंगे। यदि ऐसे हालात है तो मामला बहुत गंभीर है। पहले भी हमने आसान पंचायत में पुल का निर्माण करवाया था।
ब्लॉक कांग्रेस ने सुनी जनसमस्याएं
मदनगंज-किशनगढ़| किशनगढ़ ब्लॉक कांग्रेस की ओर से कांग्रेस आपके द्वार शिविर का बुधवार को अजमेर रोड स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर के पास आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शक्की भाई ने की। शिविर में नगर परिषद के 17 पट्टे की जन समस्याएं, 5 साफ सफाई की, जलदाय विभाग 5, बिजली विभाग की 4, सड़क निर्माण की 4, महंगाई राहत शिविर की 22 जन समस्याओं पर जनसुनवाई की गई। शिविर में जन समस्या को लेकर स्थानीय पार्षद घनश्याम सोढा ने लक्ष्मी नारायण मंदिर से राठी हॉस्पिटल तक बंद पड़े गंदे पानी के नाले को खुलवा कर उसकी लेवल कर पुनर्निर्माण करने की समस्या बताई। इसी दौरान सीआईडी ऑफिस के लिए नगर परिषद से जमीन आवंटन की कई बार शिकायत की है। लेकिन जमीन आवंटन नहीं हुई।