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Ajmer चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती बच्चों पर झड़ रहा छत का चूना-डस्ट, कबाड़ के बीच लगे हैं पलंग

 
Ajmer चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती बच्चों पर झड़ रहा छत का चूना-डस्ट, कबाड़ के बीच लगे हैं पलंग
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर शिशु वार्ड में भर्ती बच्चों की सुरक्षा के साथ सेहत भी नजरअंदाज की जा रही है। अस्पताल के वार्डों में भर्ती बच्चों के बेड पर छत का चूना, डस्ट गिरना आम हो चला है। इससे इनकी सुरक्षा सवालिया है और सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। वार्डों की गैलरी में कबाड़ के बीच बीमार बच्चों को बेड पर भर्ती किया गया है।

संभाग मुख्यालय के सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के शिशु विभाग के प्रथम तल स्थित वार्डों की छत बुरी तरह से झड़ रही है। छत का चूना एवं डस्ट बच्चों के पलंगों पर गिर रहा है। ऐसे में भर्ती बच्चों के चोटिल होने के साथ ही उनकी आंखों में डस्ट गिरने का खतरा बना रहता है। कुछ परिजनों ने बताया कि आए दिन चूना व डस्ट गिरती है। अस्पताल प्रशासन समय पर रंग-रोगन भी नहीं करवा रहा है। शिशु विभाग के वार्ड से सटी गैलरी में भी बेड लगाकर बच्चों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। जबकि गैलरी में कबाड़ पड़ा है। दवाइयों के खाली कर्टन आदि रखे हैं। वार्ड में एसी भी बंद हैं। अस्पताल में रंग-रोगन एवं वार्डों को आधुनिक बनाने में भामाशाहों को आगे आने की जरूरत है। पूर्व में भी मेडिसिन, सर्जिकल वार्ड सहित अन्य के लिए कई स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आकर गोद ले चुकी हैं। अभी भी कुछ वार्डों का रखरखाव संस्थाएं कर रही हैं।

350 से अधिक की ओपीडी शिशु विभाग में (प्रतिदिन)

30 से अधिक शिशु नए भर्ती होते हैं (प्रतिदिन)

07 से अधिक वार्ड में भर्ती रहते हैं शिशु

150 बेड का इंडोर

100 से अधिक एनआईसीयू व अन्य।