Ajmer संगठन में भाजपा की पकड़, कांग्रेस को मुखिया का इंतजार, जिलाध्यक्ष घोषित नहीं
शहर और देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष की घोषणा साढ़े तीन साल से अटकी है। जिलाध्यक्ष की नियुक्ति हो तो ब्लॉक अध्यक्षों के साथ रणनीति बनाकर संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू हो। चुनावी साल में भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से दोनों जिलाध्यक्ष की घोषणा नहीं हो पाई है। गुटबाजी के लिहाज से पीसीसी के लिए अजमेर सबसे पेचीदा है। शहर जिलाध्यक्ष बनाने के मामले में सचिन पायलट एवं अशोक गहलोत गुट की ओर से सुझाए नामों पर घोषणा नहीं हो पाई है। देहात कांग्रेस में भी यही हाल है। पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा को भेजे गए नामों पर मुहर नहीं लग पाई है। शहर कांग्रेस को पूर्व अध्यक्ष विजय जैन और देहात कांग्रेस को भूपेंद्र राठौड़ ही किसी तरह खींच रहे हैं।
नगर निगम के पार्षदों को मिलेंगे लैपटॉप
अजमेर सरकारी कार्यालयों में डिजिटल व्यवस्था व ऑनलाइन कार्यप्रणाली के चलते अब नगर निगम में भी हाईटैक कार्य पद्दति अपनाई जाएगी। इसके तहत सभी 92 पार्षदों कोे लैपटॉप दिए जाएंगे। निगम के 20 कार्मिकों को भी लैपटॉप दिए जाएंगे। निगम प्रशासन ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। इससे पार्षद उनके पास आई शिकायतों को निगम के संबंधित विभाग में सीधे भेज सकेंगे। शिकायत का निस्तारण हुआ कि नहीं इसकी भी ऑनलाइन सूचना मिल सकेगी। इसी प्रकार कर्मचारियों व तकनीकी कर्मचारियों को भी लैपटॉप दिए जाएंगे जो फील्ड में काम करते समय विभाग से भी जुड़े रहेंगे।