Bikaner देश की राष्ट्रीय धरोहर, अभिलेखों को नई तकनीक से करें संरक्षित

बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर नेशनल कमेटी ऑफ आर्किविस्ट्स (एनसीए) का 46वां अधिवेशन सोमवार को श्रीगंगानगर रोड स्थित एक होटल में शुरू हुआ। इसमें देशभर से राज्यों के अभिलेखागारों के अधिकारी और नेशनल आरकाईव दिल्ली के महानिदेशक शामिल हुए है। इसकी मेजबानी राजस्थान पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग और अभिलेखागार निदेशक डॉ. महेन्द्र खड़गावत ने की। दो दिन चलने वाली राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में उद्घाटन के बाद पहले सत्र को केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने संबोधित किया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अभिलेख और ऐतिहासिक दस्तावेज देश के राष्ट्रीय धरोहर हैं। इन्हें संरक्षित रखने के लिए आरकाईव बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। डोक्यूमेंट को सुरक्षित रखने के लिए नवीन तकनीकी का प्रयोग करें। इस अवसर ’थम्ब प्रिन्टेड : पीजेन्टस स्पीक टू गांधी’ नामक पुस्तक के दूसरे खंड का विमोचन किया गया। इसका प्रकाशन राष्ट्रीय अभिलेखागार व नवजीवन ट्रस्ट ने किया है।
नेशनल आरकाईव के महानिदेशक अरुण सिंघल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर सभी अभिलेखीय विरासत को 2 साल में डिजिटाइज करने की योजना पर कार्य शुरू कर चुके हैं। इसके तहत करीब 35 करोड़ पृष्ठों को डिजिटल रूप में विभाग के पोर्टल अभिलेख पटल पर उपलब्ध कराया जाएगा। यह पूरे विश्व में अपने प्रकार की विशालतम योजना है।
विकास के लिए उद्यमियों व सीए ने सुझाव दिए
बीकानेर राजस्थान मिशन 2030 को ध्यान में रखते हुए सोमवार को जिला उद्योग संघ कार्यालय में वाणिज्यिक कर विभाग की ओर से परामर्श शिविर लगाया गया। इसमें सीए, अधिवक्ताओं, व्यापारियों तथा उद्यमियों ने सुझाव दिए। वाणिज्यिक कर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त निहाल चन्द विश्नोई की अध्यक्षता में आयोजन हुआ। शिविर में जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पच्चीसिया, व्यापार मंडल अध्यक्ष मनमोहन कल्याणी, बीकानेर टैक्स कन्सल्टेन्ट एसोसिएशन अध्यक्ष गणेश जी शर्मा, बीकानेर टैक्स कन्सल्टेंट एक्सीक्यूटिव सदस्य शंकरलाल हर्ष, विनोद दम्माणी, रमेश अग्रवाल, इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउन्टेंट बीकानेर चैप्टर के अध्यक्ष राहुल पच्चीसिया सहित व्यापार व उद्योग से जुड़े प्रमुख उद्योगपति आदि ने सुझाव दिए।