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बिजयनगर-रेप-ब्लैकमेल कांड में हुआ एक और बड़ा खुलासा, कोर्ट ने फरार कैफे संचालक की जमानत पर लगाईं रोक

 
बिजयनगर-रेप-ब्लैकमेल कांड में हुआ एक और बड़ा खुलासा, कोर्ट ने फरार कैफे संचालक की जमानत पर लगाईं रोक 

बिजयनगर दुष्कर्म-ब्लैकमेल मामले में पोक्सो कोर्ट प्रथम ने बुधवार को आरोपी कैफे संचालक की जमानत खारिज कर दी। आरोपी अभी फरार है। पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग स्थानों पर दबिश दे रही है। मामले में बिजयनगर थाना पुलिस अब तक कुल 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से 11 आरोपी जेल में हैं और 5 नाबालिग बाल सुधार गृह में हैं। पोक्सो कोर्ट प्रथम के विशिष्ट लोक अभियोजक रूपेंद्र परिहार ने बताया कि बिजयनगर थाने में मामला 61/25 दर्ज हुआ था। जिसमें नाबालिग छात्राओं से दुष्कर्म और ब्लैकमेल करने का आरोप था। मामले में कैफे संचालक दीपक चौधरी अभी फरार है। सोमवार को फरार आरोपी दीपक चौधरी की ओर से कोर्ट में जमानत अर्जी पेश की गई। बुधवार को कोर्ट ने मामले की सुनवाई की।

200 रुपए में दी थी जगह
परिहार ने बताया कि कोर्ट ने मामले को गंभीर प्रकृति का अपराध मानते हुए कैफे संचालक दीपक चौधरी की जमानत खारिज कर दी है। परिहार ने बताया कि कोर्ट ने टिप्पणी की कि मामला गंभीर प्रकृति का है। जिसमें नाबालिग छात्राओं का धर्म परिवर्तन कर आरोपियों द्वारा दुष्कर्म किया गया था। आरोपी कैफे संचालक ने आरोपियों को 200 रुपए में कैफे में जगह उपलब्ध कराई थी। इसलिए आरोपी की जमानत अर्जी खारिज की जाती है।

पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है
रेप-ब्लैकमेल कार्ड मामले में पीड़िता के साथ जिस कैफे में दुष्कर्म हुआ, उसका संचालक दीपक चौधरी अभी भी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीमें गठित की हैं। टीम द्वारा आरोपी की तलाश की जा रही है। वहीं, इस मामले में अजमेर रेंज डीआईजी ओमप्रकाश के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया। आईपीएस अभिषेक अंदासू को एसआईटी का प्रभारी बनाया गया है। आईपीएस अभिषेक ने बताया कि मामले में अभी जांच जारी है।

15 फरवरी को सामने आया था मामला
दरअसल, 15 फरवरी को एक नाबालिग ने बिजयनगर थाने में मामला दर्ज कराया था। उसके बाद एक अन्य नाबालिग ने मामला दर्ज कराया था। फिर तीन लड़कियों के पिता की ओर से भी रिपोर्ट दी गई थी। आरोप है कि वे निजी स्कूलों में पढ़ने वाली नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म कर रहे थे और अश्लील फोटो व वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे। वे कलमा पढ़ने, रोजा रखने और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बना रहे थे। पुलिस ने पोक्सो व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ब्यावर जिले के बिजयनगर में दुष्कर्म-ब्लैकमेल मामले को लेकर पिछले 36 दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। शनिवार को भी इस मामले में सर्व हिंदू समाज संघर्ष समिति की ओर से बिजयनगर बंद रखा गया। हिंदू संगठन मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में शहर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इधर, अजमेर रेंज डीआईजी ने एसआईटी जांच के लिए प्रभारी को बदल दिया है।