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Ajmer दरगाह में खुला बाबा फरीद का चिल्ला, उमड़े जायरीन

 
Ajmer दरगाह में खुला बाबा फरीद का चिल्ला, उमड़े जायरीन
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह स्थित हजरत बाबा फरीद का चिल्ला गुरुवार तड़के खोला गया। इसकी जियारत के लिए जायरीन की भीड़ उमड़ी। उधर मोहर्रम के रसूमात में शामिल होने के लिए जायरीन की आवाजाही बनी हुई है। उधर जिला कलक्टर और एसपी ने बुधवार को दरगाह इलाके का दौर कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।मोहर्रम की चार तारीख यानी गुरुवार सुबह 4.30 बजे हजरत बाबा फरीद गंज ए शकर का चिल्ला खोला गया। दूरदराज से आए जायरीन चिल्ले की जियारत को पहुंचे। चिल्ले के खिदमतगार हाजी अनीस मियां चिश्ती ने बताया कि चिल्ला 72 घंटे के लिए खोला गया है। मालूम हो कि हजरत बाबा फरीद गंज ए शकर का मजार पाक पट्टन में है। बाबा फरीद ने दरगाह में मौजूद चिल्ले वाले स्थान पर इबादत की थी। इसके चलते जायरीन इसकी जियारत करते हैं।मोहर्रम के मौके पर दरगाह के छतरी गेट तथा पंचायत अंदरकोटियान पर मर्सियाख्वानी और बयाने शहादत का दौर जारी है। अंदरकोट पंचायत की ओर से मोहर्रम की सात तारीख को लंगर खाना से हताई चौक तक अलम का जुलूस निकाला जाएगा। तारागढ़ पर भी मोहर्रम से जुड़े कार्यक्रमों के तहत मर्सिया, सलाम व नोहे पढ़े जा रहे हैं।

तलवारों से खेलेंगे हाईदौस : मोहर्रम की 9 व 10 तारीख को दरगाह क्षेत्र स्थित अंदरकोट में तलवारों से हाईदौस खेलने की परम्परा है। हाईदौस अजमेर के अलावा पाकिस्तान के लाहौर में भी खेला जाता है। इसके लिए दी पंचायत अंदरकोटियान को जिला प्रशासन से इजाजत लेनी पड़ती है।

दुरुस्त होंगे इंतजाम : मोहर्रम पर व्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों ने दरगाह इलाके का दौरा किया। कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने बताया कि दरगाह क्षेत्र से अस्थायी अतिक्रमण हटाने सहित अन्य निर्देश दिए हैं। हाईदौस खेलने, ताजिया शरीफ निकालने के मार्ग तथा बाजार में झूलते तारों को ठीक करने के निर्देश दिए। एसपी देवेंद्र कुमार विश्नोई ने दरगाह बाजार, धानमंडी, नला बाजार, इमामबाड़ा, झालरा समेत आस-पास के इलाके का दौरा किया।