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Alwar आचार संहिता की मार बेरोजगारी भत्ते पर, नहीं आया बजट

 
Alwar आचार संहिता की मार बेरोजगारी भत्ते पर, नहीं आया बजट

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर लोकसभा चुनाव की आचार-संहिता के चलते काम अटक गए हैं। इसकी मार बेरोजगरी भत्ते पर भी पड़ी है। बजट नहीं आने से दस हजार से ज्यादा युवाओं का बेरोजगारी भत्ता अटक गया है। इनमें से 1072 के बेरोजगारों का जनवरी माह में ही जयपुर मुख्यालय से आवेदन स्वीकृत हो गए थे, लेकिन बजट नहीं मिलने पर इनके खातो में राशि नहीं पहुंच पाई है। लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लागू होने के कारण बेरोजगारी भत्ते के आवेदन पत्र, वेरीफाई करना, विभाग का आवंटन, विभाग बदलने की प्रक्रिया एवं नई जॉइनिंग आदेश जारी करने जैसे काम रूके हुए हैं।

आचार संहिता समाप्ति पर रोजगार सेवा निदेशालय के अनुसार काम किया जाएगा। जिले में फरवरी माह तक करीब 7 हजार 607 आवेदन स्वीकृत हो चुके हैं और इनके लिए बजट भी स्वीकृत हो चुका हैं। पिछले साल के सितंबर, अक्टूबर,नवंबर व दिसंबर में करीब 519 आवेदन स्वीकृत हुए हैं। इनके लिए भी विभाग ने बजट मांगा है, लेकिन अभी तक नहीं मिला है। गौरतलब है कि प्रदेश में बेरोजगारी भत्ता योजना वर्ष 2007 से प्रारंभ की गई थी। वर्तमान में प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने के लिए मुख्यमंत्री युवा संबल योजना लागू है। इस योजना में वर्तमान में 1 लाख 86 हजार 656 आशार्थियों को भत्ता दिया जा रहा है, जिसमें पुरूष बेरोजगारों को 4 हजार, महिला, निशक्तजन और ट्रांसजेण्डर आशार्थियों को 4500 रुपएप्रतिमाह भत्ता दिया जा रहा है।

भत्ता नहीं मिलने पर इंटर्नशिप में रुझान घटा :

योजना के तहत भत्ता लेने के लिए पहले इंटर्नशिप करनी होती है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है। फरवरी माह तक जिले में 13 हजार 47 युवाओं ने आवेदन किया था। इसमें से कुल 12 हजार 680 आवेदकों ने इंटर्नशिप में उपिस्थति दर्ज करवाई। भत्ता नहीं मिलने पर युवाओं का रुझान कम हो गया है।