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Ajmer महिला इंजीनियरिंग कॉलेज प्राचार्य व अन्य के खिलाफ एसीबी में मामला दर्ज

 
Ajmer महिला इंजीनियरिंग कॉलेज प्राचार्य व अन्य के खिलाफ एसीबी में मामला दर्ज

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर राजकीय महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में गंभीर वित्तीय अनियमितताओं व कुछ कर्मचारियों के नियम विरुद्ध पे-रेक्टिफिकेशन का मामला राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो तक पहुंच गया है। महानिदेशक, एसीबी राजस्थान के कार्यालय में महिला इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य जितेंद्र कुमार डीगवाल, उप कुलसचिव पुष्पेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य के खिलाफ 16 मई 2024 को परिवाद दर्ज किया गया। ब्यूरो ने परिवाद पर राज्य सरकार के तकनीकी शिक्षा विभाग को संबंधित के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। एसीबी महानिदेशक के पत्र पर तकनीकी शिक्षा विभाग ने कॉलेज प्राचार्य व उसके नियंत्रक रजिस्ट्रार बीटीयू, बीकानेर से संपूर्ण मामले पर तथ्यात्मक टिप्पणी मांगी है।इस तरह पहुंचाया फायदाकॉलेज सूत्रों के अनुसार संबंधित कर्मचारियों के वेतन संशोधन व निर्धारण की समस्त कार्रवाई कॉलेज प्राचार्य द्वारा स्वयं के स्तर पर ही करते हुए संबंधित प्रभारी शाखा तक को इससे दूर रखा गया। वेतन संशोधन कर मार्च माह के वेतन बिल भी स्वयं के स्तर पर ही जनरेट कर दिए गए। इस कार्रवाई में डीआर को जहां करीब सत्तर हजार रुपये मासिक से ज्यादा का फायदा पहुंचाया गया, वहीं तीनों ए.आर. के वेतन में औसतन 50 हजार रुपये मासिक का इजाफा हो गया। चौंकाने वाली बात यह कि तत्समय संबंधित कर्मचारियों के सेवाभिलेख तक में पे-रेक्टिफिकेशन, संशोधित वेतन निर्धारण व संबंधित आदेशादि का कोई इन्द्राज नहीं किया गया। इन कर्मचारियों के मार्च माह के वेतन बिल भी नियमित प्रक्रिया के तहत नहीं बनाए गए। जबकि फरवरी के वेतन विपत्र कॉलेज कार्यालय द्वारा ही बनाए गए थे।

स्टाफ की शिकायत पर मामला दर्ज

इस मामले की शिकायत महिला इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टाफ ने मय दस्तावेज एसीबी को की थी। जिस पर महानिदेशक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कॉलेज प्राचार्य जितेंद्र कुमार डीगवाल, उप कुल सचिव पुष्पेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य के खिलाफ 16 मई को मामला दर्ज कर 20 मई को तकनीकी शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुय सचिव को शिकायत के मूल दस्तावेज प्रेषित कर कार्रवाई के लिए कहा। डीजी एसीबी का पत्र मिलने के बाद तकनीकी शिक्षा विभाग ने 30 मई को कॉलेज के नियंत्रक रजिस्ट्रार बीटीयू, बीकानेर व कॉलेज प्राचार्य डीगवाल को एसीबी के मामले का हवाला देकर डीपीसी की आड़ में उप कुलसचिव व सहायक कुलसचिव के नियम विरुद्ध पे रेक्टिफिकेशन कर राजकोष को हानि पहुंचाने पर तथ्यात्मक टिप्पणी प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार के पत्र में इस मामले की विभागीय जांच हेतु पूर्व में ही 23 अप्रेल को कमेटी गठित कर दिए जाने का भी हवाला है।

ना सौंपी संपत्ति, ना ही बैंक अकाउंट

मालूम हो कि बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति द्वारा कॉलेज प्रशासन की विवादित कार्यशैली, कॉलेज संपत्ति के दुरुपयोग व वित्तीय हानि पहुंचाने पर गंभीर नाराजगी जताते हुए कॉलेज प्रशासन द्वारा नवंबर 2021 के बाद से लिए गए सभी प्रशासनिक व वित्तीय कामकाज की सघन जांच का निर्णय लिया गया था। बीटीयू के पूर्व कुलपति द्वारा जारी आदेशानुसार महिला इंजीनियरिंग कॉलेज को बीटीयू का संघटक कॉलेज बनाने के बाद से सरकारी अधिसूचना के मुताबिक कॉलेज की समस्त चल-अचल संपत्ति व बैंक खाते बीटीयू को हस्तांतरित किए जाने थे, जो नहीं किए गए। बीटीयू द्वारा इन मामलों पर कॉलेज प्रशासन से पूर्व में मांगा गया स्पष्टीकरण भी भी नहीं दिया गया।