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Ajmer महिलाओं ने मनाया सिंजारा पर्व, तीज आज, की पूजा-अर्चना

 
Ajmer महिलाओं ने मनाया सिंजारा पर्व, तीज आज, की पूजा-अर्चना

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर सावन शुक्ल द्वितीया पर शुक्रवार को विवाहिताओं और महिलाओं ने सिंजारा मनाया। इस दौरान मेहन्दी लगाकर पारम्परिक पूजा-अर्चना की गई। नवविवाहिताओं के ससुराल पक्ष से सिंजारे के रूप में घेवर, फल, साड़ी-बेस, सुहाग की सामग्री और उपहार भेजे गए। महिलाओं ने पुरानी मंडी, नया बाजार, मदार गेट सहित कई क्षेत्रों में मेहन्दी लगवाई। तीज पर्व आज : शनिवार को तीज पर्व मनाया जाएगा। महिलाएं पारम्परिक लहरिया में सज-धज कर पूजन करेंगी। इस दौरान रंगोली सावन आयो.., आयो रे आयो रे तीज को त्योहार... और अन्य पारंपरिक गीत गाए जाएंगे। शहर में कई जगह सावन के गीतों से जुड़ी हाऊजी, अंताक्षरी और खेलों का आयोजन भी होगा। घेवर की हुई बिक्री : तीज पर परम्परानुसार घेवर की बिक्री हुई। लोग नया बाजार, पुरानी मंडी, मदार गेट, केसरगंज, वैशाली नगर और अन्य इलाकों में रबड़ी, मावा और साधारण घेवर की खरीदारी में व्यस्त रहे।

श्रीरमा वैकुण्ठनाथ बांगड मंदिर में शनिवार से सावन मास का झूला महोत्सव शुरू होगा। यह महोत्सव 2 सितम्बर तक चलेगा। प्रबंधक सत्यनारायण रामावत के अनुसार मंदिर में सावन मास के शुक्ल पक्ष में विशेष झूला महोत्सव मनाया जाता है। यह झूला उत्सव श्रावण शुक्ला तीज से शुरू होकर भादप्रद कृष्णा तीन तक चलेगा। इसमें सायंकाल 7 बजे से भगवान वैकुण्ठनाथ, वैंकटेश, महालक्ष्मी, गोदाम्बाजी, रघुनाथजी तथा श्री रंगनाथजी के नित्य नवीन शृंगार से नूतन दर्शन के झूले सजाए जाएंगे। झूला मण्डप में प्रतिदिन रात को संगीत कलाकारों की ओर से संगीत भगवद भजन एवं कीर्तन किए जाएंगे। साथ में नित्य नूतन विद्युत चलित यन्त्रों से रामलीला, गोदोहन लीला, माखन लीला, यमालार्जुन मोक्ष लीला, नृसिंह लीला, शिव ताण्डव नृत्य लीला सहित कई प्रकार की लीलाएं प्रदर्शित की जाएंगी। सबसे बड़ा झूला एकादशी तिथि को मैना बाजार पूतना वध के साथ आकर्षण का केन्द्र रहेगा। पूर्णिमा की रात भी बड़ा झूला सजाया जाएगा।