Ajmer दोस्तों से कर्ज लेकर पत्नी का इलाज, बालक को दिया नाम, नहीं आएगा काम
उसने बताया कि पत्नी के विरोध के बावजूद उसे बहराइच में तीन बच्चों के साथ स्कूल में दाखिला करवाया लेकिन उसकी आदतें बिगड़ने लगी। मुम्बई लेकर आने के बावजूद हालात नहीं सुधरे। कभी मोबाइल तो कभी नकदी चोरी करन लगा।गतवर्ष दिपावली के 2 दिन पहले उसकी जेब से 6 हजार व पड़ोसी मित्र के यहां से 1600 रुपए चुरा ले गया। तीन दिन बाद पैसे पटाखों में खर्च कर घर लौटा। माटूंगा पुलिस ने उसे खिलौना पिस्टल कमर में लगाकर मुम्बई घूमते हुए पकड़ा। इसके बाद भी वह कई मर्तबा घर से निकल गया।
बालक पहले भी अजमेर आकर तीन माह तक दरगाह बाजार में टोपी बेचने का काम करता था। चाइल्ड लाइन संस्था के पास पहुंचने से 8-10 दिन पहले वह मुम्बई में था। इस बार वह उसका मल्टी मीडिया मोबाइल लेकर निकल गया। खुद के हालात बयां करते हुए बालक के सौतेले पिता ने बताया कि उसने दोस्तों से कर्ज लेकर बालक की मां का इलाज कराया। आधार कार्ड में अपना नाम भी दिया ताकि वह जिन्दगी बसर कर सके लेकिन उसकी हरकतों से नहीं लगता कि वह कभी सुधर सकेगा। अजमेर में पकड़े जाने के बाद चाइल्ड लाइन से सूचना मिली लेकिन अब वह उसे लेने नहीं आएगा।