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Ajmer ‘जहां 24 भगवान के आसन, वहीं जिनशासन’

 
Ajmer ‘जहां 24 भगवान के आसन, वहीं जिनशासन’
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  जहां 24 भगवान के आसन होते हैं वहीं जिनशासन होता है। यह बात आचार्य सुनील सागर ने मंगलवार को जिनशासन तीर्थक्षेत्र जैन नगर मदार में प्रवचन के दौरान कही। आचार्य सुनील सागर ने कहा कि जिन का अर्थ है जिन्होंने अपनी पांचों इन्द्रियों को जीत लिया हो। भगवान महावीर स्वामी के जीओ और जीने दो के संदेश को आत्मसात करने की जरूरत है। यह जिनशासन की उर्वर भूमि है, तभी 13 दिन में लाल जिनालय बनकर तैयार हो गया। 24 जिनालयों के निर्माण के बाद पावन तीर्थ क्षेत्र में पंचकल्याणक होगा।

बनाए रखें सौहार्द, सद्भाव : उपाध्याय वृषभानंद ने कहा कि जिन शासन विश्व की अनुपम कृति है। वर्तमान में भगवान महावीर का शासन काल चल रहा है। इसमें प्रत्येक जीव को आपसी बैर भाव छोड़ देना चाहिए। एक घाट पर शेर व गाय पानी पी रहे हैं। यही जिनशासन की महिमा है। इस सौहार्द और सद्भाव को बनाए रखने की जिमेदारी सबकी है।

गाजे-बाजे संग मंगल प्रवेश : जिनशासन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के मंत्री विनीत कुमार जैन ने बताया कि दिगबर जैन समाज ने छतरी योजना जैन मंदिर में श्रीफल भेंट किया। जैन संत आचार्य सुनील सागर और उपाध्याय वृषभानंद संसघ जुलूस के रूप में घोड़े, ढोल, बैण्ड, शहनाई वादन के साथ बस स्टैंड, कुन्दन नगर होते हुए मदार पहुंचे। महिलाएं मंगल कलश लेकर व पुरुष-बच्चे धर्म ध्वजा लेकर साथ चले। तोरणद्वार और रंगोली सजा कर अगवानी करने के साथ ही कमेटी पदाधिकारियों ने पाद प्रक्षालन किया। मन्दिर कमेटी के अध्यक्ष पवन जैन बढारी, मंत्री लोकेश जैन ढिलवारी, अभय कुमार साहबजाज, धनेश दनगसिया, राजकुमार पांड्या, विनीत कोठारी, अनूप दनगसिया, रूपेश जैन, निर्मल साहबजाज मौजूद रहे।

आचार्य सुनील सागर का नाका मदार जिन शासन और ज्ञानोदय तीर्थ क्षेत्र नारेली में मंगल विहार हुआ। श्री दिगंबर जैन महासमिति के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कमल गंगवाल, देवांग गंगवाल , संजय कुमार जैन,मनीष पाटनी, मनन पाटनी, रूबी जैन, कनिका जैन, दीपिका जैन ने अगवानी की। राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष मधु पाटनी, अध्यक्ष अतुल पाटनी ने पाद पक्षालन किए।