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Ajmer दो महिला अभ्यर्थियों की फर्जी डिग्री मामले में यूनिवर्सिटी के दो अधिकारी गिरफ्तार

 
Ajmer दो महिला अभ्यर्थियों की फर्जी डिग्री मामले में यूनिवर्सिटी के दो अधिकारी गिरफ्तार 

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने आरपीएससी की स्कूल व्यायाता परीक्षा-2022 में महिला अभ्यर्थियों को फर्जी डिग्री मुहैया कराने के मामले में मेवाड़ यूनिवर्सिटी के डिप्टी कन्ट्रोलर (एग्जाम) और स्टूडेंट सेक्शन ऑफिसर को गिरतार किया है। दोनों आरोपी आरपीएससी के पेपर लीक प्रकरण में भी लिप्त थे। एसओजी उनसे गहनता से पड़ताल में जुटी है। प्रकरण में अब तक यूनिवर्सिटी के डीन समेत 7 आरोपी गिरतार किए जा चुके हैं। पड़ताल में दोनों महिला अभ्यर्थियों के भाइयों द्वारा राजेश सिंह के जरिए फर्जी डिग्री बनवाना सामने आया। मेवाड़ यूनिवर्सिटी का डीन कौशल चंद्रूल डिप्टी कन्ट्रोलर (एग्जाम) सुशील शर्मा के जरिए दिल्ली में फर्जी डिग्री बनवाता था। एसओजी सुशील से उसके दिल्ली के नेटवर्क के संबंध में पड़ताल में जुटी है।

मामले में सबसे पहले महिला अभ्यर्थी सांचौर वाड़ा भाड़वी की कमला कुमारी और भूतेल देवड़ा निवासी ब्रह्मा कुमारी को गिरतार किया गया था। दलपतसिंह व ब्रह्मा कुमारी के भाई डॉ. सुरेश विश्नोई गिरतार किया। दलपत और डॉ. सुरेश विश्नोई ने गंगरार मेवाड़ यूनिवर्सिटी से 2-2 लाख में फर्जी डिग्री बनवाना कबूल किया था। एसओजी ने डीन कौशल चंद्रूल को गिरतार कर मोबाइल, हार्ड डिस्क व अन्य दस्तावेज बरामद किए थे। फिलहाल मामले के 5 आरोपी जेल में हैं।

यह है मामला

आयोग ने 20 मार्च को प्राध्यापक हिंदी( स्कूल शिक्षा) परीक्षा-2022 में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलवाया था। जिसमें कमला कुमारी व ब्रह्मा कुमारी की डिग्री फर्जी निकलने पर सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया। एसओजी की पड़ताल में महिला अभ्यर्थियों ने आवेदन पत्र में वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय से डिग्री लेना बताया था जबकि दस्तावेज जमा करवाते समय मेवाड़ यूनिवर्सिटी की डिग्री पेश की गई। मेवाड़ यूनिवर्सिटी के डिप्टी कन्ट्रोलर(एग्जाम) व स्टूडेंट सेक्शन ऑफिसर को गिरतार किया है। डीन समेत अब तक 7 की गिरतारी हो चुकी है। प्रकरण में अभी फर्जी डिग्री बनाने के संबंध में अनुसंधान किया जा रहा है।