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Ajmer भर्ती परीक्षाओं में संस्थानों पर लगे ‘दाग’ धोने की चुनौती

 
Ajmer भर्ती परीक्षाओं में संस्थानों पर लगे ‘दाग’ धोने की चुनौती
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं एवं शिक्षक पात्रता परीक्षाओं का जिम्मा संभालने वाली संस्थाओं पर लगे दाग को धोने की चुनौती अब राज्य सरकार पर है। युवाओं के भविष्य का निर्धारण करने वाले जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका एवं लिप्तता की घटनाएं रोकने के लिए सदस्यों के मनोनयन एवं नियुक्ति को लेकर भी पारदर्शिता बरतने की जरूरत है। अजमेर में प्रदेश के सबसे बड़े संवैधानिक संस्थान राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) एवं राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड महत्वपूर्ण संस्थान है। इनके माध्यम से आयोजित प्रतियोगी परीक्षा एवं पात्रता परीक्षाओं में गड़बड़ी, पेपर लीक आदि के मामलों से युवाओं के मानस पर विपरीत प्रभाव भी पड़ा है। सरकार कोई भी हो, लेकिन अध्यक्ष एवं सदस्यों की ईमानदारी, पारदर्शिता आदि को लेकर सवाल खड़े नहीं हों इसकी जिम्मेदारी भी सरकार की है। आचार संहिता हटने के बाद फिर भर्ती परीक्षाओं के दौर शुरू होंगे, साक्षात्कार भी होंगे। अब सरकार व संस्थान खुद छवि सुधारने को लेकर भी एहतियातन कदम उठाए।

कब-कब होना पड़ा शर्मसार

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड

वर्ष 2007-08 में 12वीं बोर्ड परीक्षा की मेरिट लिस्ट लीक हो गई। तत्कालीन अध्यक्ष बी. आर. कुम्हार थे।

2009 में 12वीं का पेपर लीक हुआ। इसमें बोर्ड को भंग कर दिया गया। तत्कालीन संभागीय आयुक्त महावीर सिंह को प्रशासक नियुक्त किया गया।

2022 में रीट का पेपर लीक हो गया। एसओजी ने जांच की, सरकार ने तत्कालीन अध्यक्ष डी. पी. जारोली को बर्खास्त किया। वर्तमान में प्रशासनिक अधिकारी संभागीय आयुक्त महेश शर्मा नियुक्त हैं।

आरपीएससी

1997-98 में आरएएस का पेपर लीक हुआ। एसओजी ने जांच की। करीब 7 जने पकड़े गए।

2013 में आरएएस भर्ती परीक्षा का पेपर ली हुआ। चेयरमैन हबीब खान गौरान की ओर से प्रेस में पेपर देखने के आरोप लगे और सितम्बर 2014 में इस्तीफा देना पड़ा।

नवम्बर 2018 में बीकानेर में वरिष्ठ हिन्दी व्याख्याता का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पुलिस व आयोग ने जांच की तो केन्द्राधीक्षक की भूमिका होने पर पकड़ा गया।

2021 में आरएएस 2018 के साक्षात्कार के मध्य जुलाई में फाइनेंस डिपार्टमेंट के एएओ ढाई लाख की रिश्वत लेते पकड़ा। इसके छींटे सदस्य राजकुमारी गुर्जर के पति तक उछले थे। यह मामला भी चर्चित रहा।

द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2022 का पेपर लीक हुआ। एसओजी ने कार्यवाही की। सदस्य बाबूलाल कटारा की लिप्तता पर गिरफ्तार किया गया।

सब इंस्पेक्टर भर्ती पेपर लीक हुआ। एसओजी ने जांच के बाद सरकार ने एसआईटी गठित की। इसमें 39-40 मामले सामने आए। एसआईटी की जांच व कार्रवाई जारी है।

सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में सदस्य मंजू शर्मा, संगीता आर्य भी सुर्खियों में रहीं।