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Ajmer टेलीफोन केबल चोरी का पर्दाफास, पुलिस ने पांच को किया गिरफ्तार

 
Ajmer टेलीफोन केबल चोरी का पर्दाफास, पुलिस ने पांच को किया गिरफ्तार

अजमेर न्यूज़ डेस्क, नसीराबाद सदर थाना पुलिस ने जमीन में गड्ढा खोदकर दबाई गई बीएसएनएल केबल चोरी करने के मामले का 2 दिन में खुलासा कर दिया। 2 को चोरी और 3 को चोरी का माल खरीदने के आरोप में गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई केबल, घटना में प्रयुक्त दो जेसीबी और एक बाइक भी बरामद की गई है। पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार सांखला ने बताया कि मामले में केबल चोरी के मुख्य आरोपी गांव मायापुर निवासी प्रधान पुत्र कृष्ण रावत, रमेश भारती पुत्र श्रीराम और शोभाराम मोहल्ला निवासी पंकज पुत्र भागचंद हैं। चोरी की केबल खरीदने व सहयोग करने वाला खटीक मोहल्ला निवासी महेश पुत्र गणपत है। वहीं हितेश पुत्र रामेश्वर को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई 43.800 किलोग्राम केबल और केबल चोरी की घटना में प्रयुक्त दो जेसीबी मशीनें और एक बाइक भी जब्त की गई। पांचों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पंकज महेश और हितेश को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने और मुख्य आरोपी प्रधान और श्रीराम को पुलिस रिमांड पर रखने के आदेश दिए गए.

डीएसपी सांखला ने बताया कि 24 अगस्त को टेलीकॉस्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सुपरवाइजर सत्यनारायण पुत्र नंदराम ने नसीराबाद सदर थाने में मामला दर्ज कराया था। जिसमें बताया गया कि बीएसएनएल कंपनी के केबल का रखरखाव और मरम्मत का काम करता है और पिछले 7-8 दिनों में अज्ञात चोरों ने दिलवाड़ा बाईपास स्थित आईओसी के गेस्ट हाउस के मुख्य गेट से लेकर ईदगाह तक लगभग 700-800 की दूरी पर गड्ढा खोद दिया। तांबे के 200 जोड़े के मीटर. उन्होंने केबल निकालकर चोरी कर ली। जिस पर सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर थाना प्रभारी रोशन सामरिया के नेतृत्व में टीम गठित की गई.

सामरिया थाना प्रभारी ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रधान बीएसएनएल कंपनी की बंद टेलीफोन लाइन को चिन्हित करता था। खुद को ठेकेदार बताते हुए प्रधान ने अपने साथी श्रीराम के साथ मिलकर जेसीबी मशीन किराये पर ली और जमीन में दबी बंद जोड़ी तांबे की केबल को खोदकर चोरी की घटना को अंजाम दिया और चोरी की गई केबल को कबाड़ी पंकज और हितेश को बेच दिया, जिसमें आरोपी महेश ने भी उसका साथ दिया। आरोपी कम समय और कम मेहनत में बंद टेलीफोन लाइन की केबल चोरी कर सस्ते दाम में बेच देते थे. चोरी की घटना के समय खुदाई के दौरान किसी ने पूछताछ की तो आरोपी प्रधान खुद को केबल लाइन का ठेकेदार बताता था। मामले में पुलिस ने जो जेसीबी बरामद की थी, उसे भी आरोपी प्रधान ने खुद को ठेकेदार बताकर किराये पर लिया था।

गहन अनुसंधान के बाद पुलिस टीम ने तकनीकी सहायता एवं मुखबिर तंत्र की सहायता से मामले का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी एवं उसके साथी तथा चोरी का माल खरीदने वाले कबाड़ियों को गिरफ्तार कर लिया। सदर थाना प्रभारी सामरिया के नेतृत्व में गठित टीम में हेड कांस्टेबल श्रीराम, कांस्टेबल धर्मेंद्र, कांस्टेबल मुकेश, कांस्टेबल अर्जुन, कांस्टेबल रवि, कांस्टेबल शैतान, कांस्टेबल राजेंद्र, कांस्टेबल लाखन व कांस्टेबल हरमेंद्र शामिल थे. जिसमें हेड कांस्टेबल श्रीराम व कांस्टेबल शैतल व चालक राजेंद्र का विशेष योगदान रहा।