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Ajmer श्रीराम के चरण जहाँ पड़े उन स्थानों के विशेष टूर पैकेज में क्षीरसागर की रामशिला और कनबाय का कुंड भी शामिल

 
Ajmer श्रीराम के चरण जहाँ पड़े उन स्थानों के विशेष टूर पैकेज में क्षीरसागर की रामशिला और कनबाय का कुंड भी शामिल

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अयोध्या में रामलला की प्रतिष्ठा के साथ ही टूर पैकेज कंपनियों और टूर ऑपरेटरों ने राम भक्तों के लिए विशेष टूर पैकेज की पेशकश शुरू कर दी है। उन प्रमुख स्थानों के लिए विशेष रामनाम टूर पैकेज तैयार किया गया है जहां श्रीराम के चरण पड़े थे. इसमें वनवास यात्रा से लेकर रावण के वध तक के स्थान शामिल हैं और पुष्कर का वह स्थान भी शामिल है, जहां श्री राम ने एक चट्टान पर बैठकर भगवान शिव की तपस्या की थी। इनमें वह स्थान भी शामिल है जहां श्रीराम ने अपने पिता दशरथ का श्राद्ध किया था। इस पैकेज में भारत के अलावा नेपाल और श्रीलंका भी शामिल हैं, इसलिए इनकी दरें भी सामान्य से थोड़ी ज्यादा हैं। हालांकि, टूर ऑपरेटरों का दावा है कि रामनाम के ये पैकेज नो लॉस नो प्रॉफिट को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं।

सुधाबाय: यहां श्रीराम ने किया था अपने पिता का श्राद्ध।

वह पत्थर आज भी पुष्कर के कनबाय स्थित क्षीरसागर मंदिर परिसर में मौजूद है, जहां बैठकर श्रीराम ने भगवान शिव की तपस्या की थी। रामशिला नामक इस स्थान पर किसी ने कदम न रखा हो इसलिए रामशिला को भूमिगत कर दिया गया है और उस पर धूम्रीकरण करा दिया गया है। इसी तरह बूढ़ापुष्कर के पास सुधाबाय में एक तालाब है, जहां श्रीराम ने अपने पिता राजा दशरथ का श्राद्ध किया था।

प्रयागराज से रामेश्वरम तक धर्म यात्रा

टूर पैकेज में यात्रा का चौथा पड़ाव यूपी में स्थित प्रयागराज है। इसी स्थान से श्री राम ने माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अपनी वनवास यात्रा प्रारंभ की थी। इसके बाद एक-एक करके भरत मिलाप का स्थान यूपी का चित्रकोट, महाराष्ट्र के नासिक का सीता हरण स्थल, कर्नाटक के बेलगाम का शबरी तर्पण स्थल, कर्नाटक के हम्पी का बाली वध स्थल, तमिलनाडु का सेतु बंधन यानी रामेश्वरम और श्रीलंका के लग्गला में रावण वध स्थल। .

दौरे में ताड़का वध, राम-जानकी विवाह स्थल शामिल है

भगवान श्री राम की यात्रा का पहला पड़ाव अयोध्या था, जहां श्री राम ने अपना बचपन बिताया और अपनी शिक्षा पूरी की। यहां टूर पैकेज कंपनियों और ऑपरेटरों द्वारा सामान्य और लग्जरी दोनों तरह के पैकेज ऑफर किए जा रहे हैं, लेकिन अगले 15 दिनों तक यहां कोई बुकिंग नहीं है। दूसरा पड़ाव बिहार का बक्सर है. यहां श्रीराम ने राक्षस ताटक का वध किया था। आगे बढ़ने पर तीसरा पड़ाव नेपाल के जनकपुर में आता है। यहीं पर श्रीराम-जानकारी का विवाह हुआ था। यह मंदिर आज भी मौजूद है, जहां लाखों लोग दर्शन करने आते हैं। टूर ऑपरेटर निशा का कहना है कि नेपाल और श्रीलंका समेत उनके देश के लिए पैकेज 90 हजार रुपये से 1 लाख रुपये के बीच है। इसमें आवास, भोजन और आने-जाने का किराया शामिल है। वहीं, टूर ऑपरेटर हर्ष कुमार ने बताया कि ग्राहकों के अनुसार थोड़े कम रेट पर भी पैकेज हैं, पैकेज में कुछ जगह कम करके कपल्स के लिए 30 से 50 हजार रुपये तक के पैकेज भी उपलब्ध हैं.