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Ajmer सैनिक की दास्तां, पहले की देश सेवा, अब मासूमों की जिंदगी संवारने में जुटे

 
Ajmer सैनिक की दास्तां, पहले की देश सेवा, अब मासूमों की जिंदगी संवारने में जुटे
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  सरहद पर देश सेवा करने के दौरान प्रशिक्षण के वक्त हुए एक हादसे के चलते मेडिकल आधार पर सेना से जरूर रिटायर होना पड़ा लेकिन सामाजिक सरोकार को निभाने में आज भी मुस्तैदी से जुटे हैं। यहां जिक्र हो रहा है शहर में उपेक्षित, दिव्यांग और गम्भीर बीमारी से ग्रस्त बच्चों की सारसंभाल करने वाली संस्था चंचल केयर होम(विशेष बालगृह) के प्रभारी व पूर्व सैनिक वीरेन्द्रसिंह शेखावत का।  पूर्व सैनिक शेखावत बलदेवनगर में गांधी ग्राम सोसायटी फॉर डवलपमेंट की ओर से संचालित चंचल केयर होम में प्रभारी है। शेखावत यहां रहने वाले हर बच्चे की शिक्षा, दीक्षा से लेकर उसके खाने-पीने, तबीयत और दवाइयों का ख्याल रखते हैं। उन्होंने बताया कि अजमेर में संस्था में अब तक 283 बालक आ चुके हैं। इसमें से 283 को सकुशल माता-पिता से मिलवा चुके हैं। कई संस्था में रहकर न केवल स्वस्थ्य हुए बल्कि शिक्षा दीक्षा व तकनीकी ज्ञान हासिल कर अपना नया सामाजिक जीवन शुरू कर चुके हैं। इसमें 12 वीं पास टोनू, 10वीं पास मोहित, 12वीं उत्तीर्ण उदयलाल जैसे शामिल है। जो संस्था में रहकर शिक्षा अर्जित करने के बाद तकनीकी शिक्षा हासिल कर जॉब कर रहे हैं।

9 साल सेना में दी सेवाएं

शेखावत ने बताया कि वह मूलत: झुंझुनूं , उदयपुरवाटी धनोरा के रहने वाले हैं। साल 1994 में सेना में 6 राजपूत रेजीमेंट में 9 साल तक देश की सेवा की। सेना में जम्मू-कश्मीर, आसाम, नागालेण्ड और बीकानेर की सरहद पर तैनात रहे तो मध्यप्रदेश जबलपुर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ड्यूटी अंजाम दी। साल 2003 में असम में प्रशिक्षण के दौरान पहाड़ी से गिरकर चोटिल होने के बाद सेना से अनिवार्य सेवानिवृत्ति मिल गई।शेखावत ने बताया कि सेना से लौटने पर 10 माह बाद जीवन की फिर से शुरूआत की। साल 2004 में समाज सेवा की राह चुनी। जयपुर में सामाजिक संस्था से जुड़कर दिव्यांग, गम्भीर बीमारी से ग्रस्त बच्चों की देखरेख शुरू की। समाज सेवी बूटीराम के सम्पर्क में आने के बाद सामाजिक सरोकार से जुड़ गए। साल 2006 में समाजसेवी बूटीराम ने गांधी ग्राम सोसायटी फॉर डवलपमेंट का गठन किया। संस्था ने उपेक्षित, दिव्यांग और गम्भीर बीमारी से ग्रस्त मासूमों की देखरेख की जिम्मेदारी दी। अप्रेल 2019 में अजमेर में चंचल केयर होम की स्थापना हुई। उन्हें 2021 में अजमेर में इसकी जिम्मेदारी दी गई। इससे पूर्व जयपुर में सेवा करते रहे।