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Ajmer राखी से सजे जिले के बाजार, बच्चों को पसंद आ रही खिलौना राखी

 
Ajmer राखी से सजे जिले के बाजार, बच्चों को पसंद आ रही खिलौना राखी

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर भाई-बहनों के अटूट संबंधों का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व आगामी 30 अगस्त को है। इस पर्व को लेकर अजमेर शहर के सभी इलाकों के बाजारों में राखी की दुकानें सज गई हैं और खरीदारों की भीड़ जुट रही है। बहन अपने भाई की कलाई के लिए विभिन्न डिजाइन वाली राखियां पसंद कर रही है। अजमेर शहर के फुटपाथ से लेकर बाजार भर की दुकानों पर लगी रंग-बिरंगी राखियां भाई-बहन के प्यार को बयां करते हुए दिख रही हैं। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके लंबी उम्र की कामना करने के लिए अभी से ही खरीदारी करना शुरू कर दी है। बच्चों को लुभाने के लिए अलग-अलग वैरायटीओं की राखियां दिख रही है। शहर के पुरानी मंडी-चूड़ी बाजार, नया बाजार, मदार गेट, कवंडसपुरा, मुंदड़ी मोहल्ला, श्रीटॉकीज इलाके में होलसेल और रिटेल दुकानों पर राखियों की वैरायटी देखने को मिल रही है।

बच्चों के लिए टॉय राखियां उपलब्ध

रक्षाबंधन के इस पर्व पर बाजारों में बच्चों के लिए टेडी बियर, छोटा भीम, डोरेमोन, मिकी माउस सहित अन्य टॉय राखिया व्यापारियों ने मंगवा ली है। मदार गेट पर राखियों का व्यापार करने वाले व्यापारियों ने बताया कि 30 अगस्त को राखी का पर्व मनाया जाएगा। बहने अलग-अलग वैराइटियों की राखियां ख़रीदने बाजार में पहुंच रही है। बाजारों में 10 रुपए से लेकर 500 रुपए तक कि महंगी से महंगी राखियां बिक रही है। व्यापारियों का कहना है कि इस बार राखियों के व्यापार में अच्छा कारोबार होने की संभावना है। बच्चों के साथ ही बड़ों के लिए भी ब्रेसलेट सहित राखियों की ढेरों वैरायटी बाजारों में मौजूद है। जिन्हें बहने अपने भाइयों के लिए खरीद रही है।

बहनों को भाइयों से मिलने का मिलता है मौका

बहनों ने कहा कि रक्षाबंधन के त्यौहार का पर्व का इंतजार पूरे साल रहता है। इस पर्व पर बहने अपने भाइयों से मिलती हैं। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के दिन वह अपने बड़े भाई के साथ अपना टाइम स्पेंड करती हैं। इस रक्षाबंधन के पर्व पर वह यही मनोकामना मांगती हैं कि उनके भाई की लंबी उम्र हो और वह खूब तरक्की करें। उन्होंने कहा कि भाई-बहन का पर्व प्यार का प्रतीक होता है, और इस पर्व पर अपने भाई के लिए भगवान से कई मनोकामनाएं मांगती हैं।रक्षाबंधन के पर्व पर राखियों की दुकानों के साथ ही मिठाइयों की दुकान पर भी भीड़ देखने को मिल रही है। मिठाइयों की दुकान पर घेवर, ड्राईफूड मिठाई, रसगुल्ले सहित अन्य मिठाइयां तैयार की जा रही है। जिससे कि बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के साथ ही उनका मुंह मीठा करा सकें।