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Ajmer प्रदूषण नियंत्रण और हरियाली हमारे शहर को हरित शहर बना सकती है

 
Ajmer प्रदूषण नियंत्रण और हरियाली हमारे शहर को हरित शहर बना सकती है
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर शहर में हवा में बढ़ती पीएम-10 और प्रदूषण पर नियंत्रण के साथ हरियाली बढ़ाई जाए तो अजमेर ग्रीन सिटी बनने के साथ ही इसकी इंडेक्स रैंकिंग में भी आगे आ सकता है। केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्रालय द्वारा पर्यावरण सुधार के पांच मानकों के आधार पर पर ग्रीन इंडेक्स रैंकिंग जारी होती है। इसके लिए विभिन्न विभागों और एजेंसियों को मिलकर वायु गुणवत्ता में सुधार कर 24 घंटों में वायु में पीएम 10 का स्तर व एक्यूआई स्तर में कमी, सोलर पैनल की ऊर्जा क्षमता बढ़ाने,ई-वाहन व सीएनजी किट आधारित वाहनों को बढ़ावा देने की जरूरत है। शहर में ग्रीन बैल्ट के नाम पर सुभाष उद्यान, नगर वन उद्यान, वन देवी वृक्ष कुंज तथा कॉलोनियों में छोटे-छोटे पार्क, सड़कों-पहाड़ियों पर लगे पौधे हैं।

इन विभाग में तालमेल जरूरी : जिला प्रशासन, नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, परिवहन विभाग, वन विभाग, ऊर्जा विभाग दूषकों की मात्रा में कमी सबसे बड़ा उपाय पौधरोपण है। पुराने डीजल चलित वाहनों को ’रूट ऑफ’ करने तथा वाहनों की नियमित पीयूसी जांच जरूरी है। पीएम-10 कम करने के लिए गड्ढों- सड़कों की मरम्मत, कच्चे का त्वरित निष्पादन, खाली क्षेत्रों में घास लगाई जानी चाहिए।

यूं होती है ग्रीन सिटी इंडेक्स रैंकिंग

पार्क, उद्यान का क्षेत्रफल बढ़ोतरी-30 अंक

पौधरोपण व हरित क्षेत्र वृद्धि-20 अंक

कम प्रदूषण व वायु की गुणवत्ता-30 अंक

अक्षय ऊर्जा का उपयोग-10 अंक

ई-व्हीकल का उपयोग-10 अंक