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Ajmer 8 में से 7 सीटें बीजेपी और एक-एक कांग्रेस के पास थीं, बीजेपी थी आगे

 
Ajmer 8 में से 7 सीटें बीजेपी और एक-एक कांग्रेस के पास थीं, बीजेपी थी आगे
अजमेर न्यूज़ डेस्क , अजमेर राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद नई सरकार के गठन के साथ ही अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव की आहट शुरू हो गई है. अजमेर संसदीय क्षेत्र पर नजर डालें तो यहां भाजपा कांग्रेस से ज्यादा मजबूत स्थिति में है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में 8 में से 7 सीटें बीजेपी के पास हैं जबकि किशनगढ़ सीट कांग्रेस के पास है. अजमेर संसदीय क्षेत्र में बीजेपी कांग्रेस से 94095 वोटों से आगे है. इसके अलावा बीजेपी मानसिकता वाले पार्टी के बागी भी सवा लाख से ज्यादा वोट ले गए. इनमें किशनगढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पूर्व विधायक सुरेश टाक के 80 हजार 25 वोट भी शामिल हैं. इनके अलावा पुष्कर से पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अशोक सिंह रावत, नसीराबाद से शिवराज सिंह पलाड़ा, मसूदा से जसवीर सिंह रावत और अजमेर उत्तर से ज्ञान सारस्वत टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं. चुनाव से पहले बीजेपी उन्हें फिर से पार्टी में शामिल करने की कोशिश कर सकती है. ताकि बीजेपी के वोटों का बंटवारा न हो सके. कांग्रेस भी अपने समर्थकों को मनाने की पूरी कोशिश करेगी.

मसूदा में कांग्रेस के सचिन और वाजिद ने मिलकर 48 हजार 062 वोट लिए। हालांकि, वाजिद चीता ने बीएसपी और सचिन ने आरएलपीए का दामन थाम लिया था। इसके अलावा पुष्कर से डॉ. श्रीगोपाल बाहेती को 8 हजार 457 वोट मिले. क्षेत्र की आठ सीटों पर बीजेपी को 6 लाख 21 हजार 229 वोट और कांग्रेस को 5 लाख 43 हजार 245 वोट मिले हैं. अजमेर लोकसभा क्षेत्र में आने वाली 8 विधानसभाओं में बीजेपी के 7 विधायक हैं. जबकि किशनगढ़ विधानसभा सीट कांग्रेस के कब्जे में है. संसदीय क्षेत्र की इस सीट पर बीजेपी कांग्रेस से काफी पीछे है. यहां कांग्रेस को 83 हजार 645 और बीजेपी को 37 हजार 534 वोट मिले. यहां निर्दलीय सुरेश टाक भी बीजेपी से काफी आगे रहे.

उन्हें 80 हजार 25 वोट मिले. वोटों के मामले में कांग्रेस प्रत्याशी विकास चौधरी बीजेपी के भागीरथ चौधरी से 46 हजार 111 वोटों से आगे हैं. वहीं मसूदा में बीजेपी कांग्रेस से 26 हजार 716 वोटों से आगे है. दूदू में बीजेपी कांग्रेस से 35743 वोटों से आगे है और नसीराबाद इलाके में बीजेपी महज 1135 वोटों से आगे है. सभी आठ विधानसभा सीटों पर निर्दलीय और अन्य पार्टियों ने भी 2 लाख 16 हजार से ज्यादा वोट लिए हैं. विधानसभा चुनाव में किशनगढ़ से भारी मतों से हारने के कारण मौजूदा सांसद भागीरथ चौधरी की जगह किसी और को टिकट दिया जा सकता है. विधानसभा चुनाव में तीनों राज्यों में मिली जीत से बीजेपी बेहद उत्साहित है. लोगों का मानना है कि विधानसभा चुनाव भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर लड़ा गया और बीजेपी बहुमत से जीती लेकिन लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के लिए ही चुनाव लड़ा जाएगा. इसके अलावा राम मंदिर का मुद्दा भी छाया रहेगा. अजमेर संसदीय क्षेत्र में डिप्टी सीएम, विधानसभा अध्यक्ष अजमेर संसदीय क्षेत्र में विधानसभा चुनाव में दूदू से जीते प्रेम चंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है, जबकि अजमेर उत्तर से जीते वासुदेव देवनानी विधानसभा अध्यक्ष बने हैं। मंत्रिमंडल में भी पूर्व राज्य मंत्री अनिता भदेल, पूर्व संसदीय राज्य मंत्री शत्रुघ्न गौतम और सुरेश रावत के नाम चर्चा में हैं. ऐसे में पूरे संसदीय क्षेत्र में बीजेपी के लिए काफी राहत होगी.

विधानसभा जीत का अंतर अजमेर उत्तर 4644 भाजपा अजमेर दक्षिण 4446 भाजपा नसीराबाद 1135 भाजपा केकड़ी 7542 भाजपा मसूदा 26716 भाजपा पुष्कर 13869 भाजपा दूदू 35743 भाजपा किशनगढ़ 3620 कांग्रेस विधानसभा क्षेत्र भाजपा कांग्रेस निर्दलीय (बड़े) दूदू 116561 80818 - केकड़ी 99671 92129 - अजमेर उत्तर। 57895 53251 26352 अजमेर दक्षिण 71319 66873 पुष्कर 84619 70750 24959 नसीराबाद 79364 78229 15975 मसूदा 74266 47550 69441 किशनगढ़ 37534 83645 80025 भाजपा। भागीरथ चौधरी, भगवती प्रसाद सारस्वत, देवीशंकर भूतड़ा, पुखराज पहाड़िया, आशीष चतुर्वेदी कांग्रेस। धर्मेन्द्र सिंह राठौड़, रामचन्द्र चौधरी, डॉ. रघु शर्मा, विकास चौधरी। , 2019 में बीजेपी ने 416424 वोटों से जीत हासिल की. 2018 उपचुनाव: कांग्रेस 84553 से जीती