Aapka Rajasthan

Ajmer नर्सिंग कर्मचारियों की दो घंटे की गेट मीटिंग, मरीजों को दुविधा

 
Ajmer नर्सिंग कर्मचारियों की दो घंटे की गेट मीटिंग, मरीजों को दुविधा

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर नर्सिंगकर्मियों की लम्बित मांगों का समाधान नहीं होने पर क्रमिक धरने के साथ ही दो घंटे गेट मीटिंग कर प्रदर्शन किया जा रहा है। सुबह दो घंटे प्रदर्शन के दौरान मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। नर्सिंगकर्मियों का धरना 31 वें दिन भी जारी रहा। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के संबद्ध जेएलएन अस्पताल, जनाना अस्पताल एवं सैटेलाइट अस्पताल में गुरुवार सुबह 8 से 10 बजे तक गेट मीटिंग कर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान अस्पताल की ओपीडी, वार्ड में सेवाएं बाधित रहीं। इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सेवाएं बाधित रही। इससे मरीजों को भी पर्ची, जांच, रजिस्ट्रेशन काउंटर एवं वार्डों में परेशानी हुई।

मुख्य जिला संयोजक महिपाल चौधरी ने बताया कि नर्सेज की प्रदेशभर में 11 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। गेट मीटिंग के दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। राजकीय महिला चिकित्सालय में भी रोहित सांखला और संगीता चौधरी के नेतृत्व में और सैटेलाइट चिकित्सालय में मनफूल और पुष्पेंद्र के नेतृत्व में दो घंटे गेट मीटिंग की गई। चौधरी ने बताया कि फिर भी सरकार 24 अगस्त तक नर्सेज की मांगें नहीं मानती है तो 25 अगस्त को राजस्थान की संपूर्ण नर्सेज सामूहिक अवकाश लेकर राजधानी में महारैली निकाली जाएगी। जेएलएन अस्पताल में धरने पर नर्सिंगकर्मी सौरभ सारण, मोहम्मद इरफान, महिपाल, कुलदीप और रोहित बैठे।

प्रदेश की राजस्व अदालतों का भी बदलेगा कार्यक्षेत्र

अजमेर ख्यमंत्री अशोक गहलोत के नए जिले बनाने के ऐलान के बाद अब प्रशासनिक स्तर पर मशक्कत शुरू हो गई है। राजस्थान में 3 नए संभाग एवं 19 नए जिले स्थापित किए जाने से राजस्व न्यायालयों के कार्य क्षेत्र में भी बदलाव होगा। पूर्व में राजस्थान में जहां तहसील एवं उपखंड स्तर के न्यायालय थे वहां जिले सृजित होन से जिला स्तरीय न्यायालय, भू -प्रबन्ध अधिकारी, राजस्व अपील अधिकारी न्यायालय तथा संभागीय मुख्यालय पर संभागीय आयुक्त न्यायालय भी बढ़ेंगे। तीन नए संभाग बनाए : राज्य सरकार ने राजस्थान राजस्व भू राजस्व अधिनियम की धारा 15 व 16 में प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए जयपुर व बीकानेर संभाग में से सीकर, जोधपुर संभाग में से पाली व उदयपुर संभाग में से बांसवाड़ा अलग कर इन्हें नए संभाग बना दिए हैं।