Ajmer मानसून के बचे 37 दिन, अब चाहिए 100 मिलीमीटर बारिश
जून-जुलाई में हुई भरपूर बरसात
मदस विश्वविद्यालय के पूर्व पर्यावरण विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. प्रवीण माथुर ने बताया कि 18 और 19 जून को चक्रवाती तूफान बिरपरजॉय और उसके बाद जुलाई में मानसून की सक्रियता से झमामझ बारिश हुई। अगस्त में लो प्रेशर हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में बना हुआ है। इसलिए देश के उत्तरी इलाकों मई में मानसून सुस्त है। ग्लोबल वार्मिंग से यूरोप-अमरीका में गर्मी बढ़ गई है। मानसून चक्र पर भी इसका असर पड़ा है। जिले में प्रतिवर्ष करीब 5,550 एमसीएफटी पानी गिरता है। इसमें से 2500 एमसीएफटी पानी ही झीलों, बांधों, तालाबों अथवा एनिकट और भूमिगत टैंक तक पहुंचता है। घरों, नाले-नालियों से फालतू बहने वाली पानी को सहेजा नहीं जाता है।
डोडा पोस्त तस्करी का दूसरा आरोपी भी हत्थे चढ़ा
सराधना मकरेड़ा में गत वर्ष पुलिस के पीछा करने पर डोडा पोस्त से भरी कार छोड़कर भागे आरोपी को गिरफ्तार कर गुरुवार को नसीराबाद न्यायालय में पेश किया। अदालत ने उसे पांच दिन के रिमांड पर सौंपने के आदेश दिए। बीत साल नवंबर में मांगलियावास थाना पुलिस ने हाईवे पर संदिग्ध कार का पीछा किया। चालक मकरेड़ा गांव में कार छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने कार से 240 किलो डोडा बरामद कर एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया। प्रकरण में 15 मई को मुख्य आरोपी भोपजी का बायतु बाड़मेर निवासी ईसरराम जाट को गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरे आरोपी बायतु निवासी पप्पू राम जाट का सुराग नहीं लग पाया। तलाशी अभियान में उसे गुरुवार को गिरफ्तार कर मांगलियावास थाने लाया गया।