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Ajmer मृतक की फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी से कराई जमीन की रजिस्ट्री

 
Ajmer मृतक की फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी से कराई जमीन की रजिस्ट्री
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर खरीदशुदा कृषि भूमि हड़पने के लिए फर्जी दस्तावेजों से रजिस्ट्री कराने का मामला सामने आया है। चौंकाने वाली बात यह कि जिस व्यक्ति के फर्जी मुख्यारनामे से रजिस्ट्री कराई उसकी 14 दिन पहले मृत्यु हो चुकी थी। सिविल लाइन थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।

दादा ने की थी गिफ्ट-डीड

अजंता सिनेमा के पास दादाभाई कॉलोनी निवासी अंकित ने शिकायत दी कि उसके दादा जयकुमार जैन ने मोती पुत्र नाथा रावत से 13 अप्रेल 2007 को बड़ल्या में मुख्य सड़क से लगती कृषि भूमि 6 लाख रुपए में खरीदकर सब-रजिस्ट्रार अजमेर के यहां रजिस्ट्री करवाई। खरीद के बाद से उनका कब्जा चल रहा है। रजिस्ट्री के बाद 28 जनवरी 2009 को जमाबंदी में नामांतरण दादा जयकुमार के हक में अंकन है। 9 अप्रेल 2017 को दादा द्वारा उसके हक में गिफ्ट डीड करने के बाद 13 मार्च 2024 को उनका देहांत हो गया।

सामान व औजार भी लूट ले गए

वह 25 अप्रेल को संपत्ति पर तारबंदी करने के लिए सम्यक जैन, करण, अंकुर, अनुज, रूपेश के साथ पहुंचा तो कालू रावत, रामा, पवन, आजाद, अनिल, गजराज, देवा गुर्जर ने हथियारों से हमला कर दिया। आरोपी मारपीट कर सामान व औजार लूट ले गए। इसका आदर्शनगर थाने में प्रकरण दर्ज है। देवा गुर्जर और कालू रावत ने संपत्ति उनकी खरीदशुदा बताई।

कूटरचित दस्तावेज से कराई रजिस्ट्री

पीड़ित ने बताया कि मामले में उप-पंजीयक अजमेर से पता करने पर हाथीभाटा निवासी समीर सूद द्वारा दादा जयकुमार जैन के नाम से फर्जी मुख्यारनामा आम व गलत शपथ पत्र देकर 27 मार्च 2024 को उक्त संपत्ति की रजिस्ट्री 2 लाख 45 हजार रुपए में देवा गुर्जर के नाम कराना सामने आया। समीर और देवा ने दादा को जीवित बताते हुए कूटरचित दस्तावेज से रजिस्ट्री करा ली, जबकि उनका देहांत 13 मार्च 2024 को हो चुका था।