Ajmer किशनगढ़ की 3677 बालिकाओं को मिलेंगी साइकिलें, 13 जनवरी तक वितरण
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर किशनगढ़ ब्लॉक की 3677 स्कूली छात्राओं के लिए घर से स्कूल आने-जाने का रास्ता साफ हो गया है। इस वर्ष इन छात्राओं को साइकिल वितरण के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा किये गये टेंडर के बाद जिलों में साइकिल वितरण शुरू हो गया है. इस वर्ष किशनगढ़ ब्लॉक के 92 नोडल केंद्रों के स्कूलों में कुल 3677 छात्राओं को साइकिलें वितरित की जाएंगी। इसमें वर्ष 22-23 की 1729 और वर्ष 23-24 की 1949 छात्राओं को साइकिलें वितरित की जाएंगी। हालांकि अभी तक किशनगढ़ ब्लॉक को साइकिलों की आपूर्ति नहीं की गई है। एसीबीईओ अमृतराज सैनी ने बताया कि कोरोना के कारण वर्ष 22-23 में साइकिल वितरण का टेंडर नहीं हो सका। इसके चलते किशनगढ़ ब्लॉक की 1729 पात्र छात्राओं को साइकिलें वितरित नहीं हो पाईं। इस साल निदेशालय ने सितंबर में पात्र लड़कियों की जानकारी मांगी थी। इसमें किशनगढ़ ब्लॉक की 1949 छात्राएं पात्र पाई गईं। दोनों वर्षों में कुछ पात्र लड़कियां 3677 हैं।
इस बार निदेशालय ने राज्य स्तर पर कुल 7 लाख 31 हजार 163 साइकिलों के लिए लुधियाना की हीरो साइकिल लिमिटेड को टेंडर दिया है। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कारण साइकिलों की आपूर्ति, संयोजन एवं वितरण संबंधी कार्य स्थगित रखा गया था. कंपनी ने 25 सितंबर के बाद विभिन्न जिलों में साइकिल की आपूर्ति शुरू कर दी है। जिन जिलों में साइकिल की आपूर्ति की गई है, वहां पांच जनवरी तक जांच कराकर 13 जनवरी तक वितरण कराने का निर्देश दिया गया है। किशनगढ़ ब्लॉक में पिछले वर्ष की 1 साइकिल सरप्लस है, जो इस वर्ष पात्र बालिकाओं को वितरित की जाएगी। साइकिलों के पार्ट्स मिलने के बाद उन्हें असेंबल करने के लिए मैकेनिक तैनात किए जाएंगे। मैकेनिक पूरी साइकिल तैयार करेगा। इसके बाद इन्हें ब्लॉक के 92 नोडल केंद्रों के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में वितरित किया जाएगा।
लड़कियों को सुविधाएं मिलेंगी
ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में कक्षा 9वीं में पढ़ने वाली बालिकाएँ, जिनके गाँव में स्कूल नहीं है और दूसरे गाँव में पढ़ने जाती हैं, ऐसी बालिकाओं को निःशुल्क साइकिल वितरण योजना के तहत लाभान्वित किया जाता है। इस योजना का लाभ विद्यार्थी को कक्षा 9वीं में प्रथम प्रवेश पर केवल एक बार ही मिलेगा। कक्षा 9वीं में पुनः प्रवेश पर उसे साइकिल की पात्रता नहीं होगी। इसके अलावा ऐसे मजरों या ढाणियों में जिनकी दूरी स्कूल से 2 किमी से ज्यादा है, ऐसी लड़कियों को स्कूल आने-जाने के लिए साइकिल दी जाएगी. ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित कन्या छात्रावासों में पढ़ने वाली लड़कियाँ, जिनका विद्यालय छात्रावास से 2 किमी या अधिक की दूरी पर है, को भी साइकिल दी जाती है। निःशुल्क साइकिल आपूर्ति योजना 2004-05 से संचालित है। वर्ष 2016-17 से पहले पात्र बच्चों को साइकिल खरीदने के लिए 2400 रुपये दिये जाते थे. वर्ष 2016-17 से साइकिलें खरीदी जा रही हैं।