Ajmer गोटा उद्यमी ऋण सुविधा से वंचित, बिजली में रियायत की दरकार

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर शहर में गोटा उद्योग से जुड़े सैकड़ों व्यवसायी सरकारी सुविधाओं से वंचित हैं। गोटा उद्यमियों को उद्योग विभाग व बैंकों से रियायती दर पर ऋण सुविधा नहीं मिलने से वे व्यवसाय नहीं बढ़ा पा रहे हैं। वहीं बिजली की दरें उद्योग की कमर तोड़ रही हैं। बोराज रोड स्थित गोटा कॉलोनी में गोटा उद्यमियों एवं परिवारों से बातचीत की तो उनकी पीड़ा छलक पड़ी। शहर में संचालित गोटा उद्योग से खासकर मद्रासी व खत्री परिवार जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि समाज का सामुदायिक भवन बना है लेकिन क्षेत्र में सड़क एवं नालियों की समस्या है। उद्यमियों की समिति भी गठित है। अजमेर की गोटा कॉलोनी क्षेत्र में करीब 250 गोटा उद्यमी हैं व करीब 1500 लोग इससे जुड़े हैं।
बीस सालों से की जनप्रतिनिधियों ने अजमेर की उपेक्षा- राठौड़
अजमेर आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने अजमेर में विकास की उपेक्षा पर भाजपा के जनप्रतिनिधियों पर तंज कसा है। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि बीस साल से शहर की दोनों सीट पर काबिज भाजपा विधायक विकास कार्यों में विफल रहे हैं। बारिश में पूरा शहर जलमग्न हुआ है। पेयजल व सड़कों सहित ठोस कार्य नहीं हुए हैं। भाजपाई सांसद के बावजूद केंद्र सरकार से बड़ी विकास योजनाओं को स्वीकृति नहीं मिली है। नगर निगम में भाजपा बोर्ड काबिज है। फिर भी वार्डवार समस्याएं बनी हुई हैं।
कांग्रेस शासन में इतने प्रोजेक्ट राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल में शहर के लिए 300 करोड़ की पेयजल योजना, 100 करोड़ की माइस सिटी, भैरव घाटी पर लेपर्ड सवारी, तारागढ़ रोप वे प्रोजेक्ट के साथ ही अजमेर के 35 से ज्यादा मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। जन कल्याणकारी योजनाओं का लोगों को फायदा मिला है। राजपूत, रावणा राजपूत, ब्राह्मण व जैन समाज के लिए कल्याण बोर्ड बनाए गए हैं।