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Ajmer पीड़ितों के दबाव में संचालक ने बंद की दुकान, भूख हड़ताल पर बैठे किसान

 
Ajmer पीड़ितों के दबाव में संचालक ने बंद की दुकान, भूख हड़ताल पर बैठे किसान

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर मंगलवार सुबह राजस्थान किसान महासभा के बैनर तले दिए जा रहे महापड़ाव में किसान उग्र हो गए। उन्होंने राजस्थान बीज भंडार पर ताला जड़ने की मांग की। हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद दुकान संचालक स्वयं दुकान बंद कर चला गया। किसानों का कहना था कि वे तो भूखे-प्यासे धरना दे रहे हैं, जबकि उनकी रकम हड़पने वाला व्यापारी व्यापार कर कमाई कर रहा है। एक सप्ताह से ज्यादा समय से धरने पर बैठे है। अब आमरण अनशन शुरू किया है। किसान अब अपने हक पैसा लेकर ही अनशन तोड़ेंगे। धरना स्थल पर किसान महापंचायत के जिलाध्यक्ष बालूराम चौधरी, आरएलपी नेता आशीष सोनी, सांवरलाल, विश्राम सोलंकी समेत कई लोग मौजूद थे।

अजमेर. चना-सरसों की खरीद-फरोख्त में करोड़ों की धोखाधड़ी का शिकार हुए किसानों ने मंगलवार को आंदोलन तेज कर दिया। उन्होंने प्रदर्शन करते हुए राजस्थान खाद बीज भंडार पर ताला जड़ने की मांग की। पुलिस अधिकारियों से बहस के बाद किसान आमरण अनशन पर बैठ गए। किसानों ने बताया कि गत 28 अगस्त से किसान केसरगंज में धरने पर बैठे हैं। अब आमरण अनशन शुरू किया है।

पुलिस की मौजूदगी में किसानों ने दुकान पर ताला लगवा दिया। सरवाड़ पुलिस थाने में राजस्थान बीज भंडार के संचालक अनिल गहलोत, सुनील गहलोत व मुनीम मुकेश सैनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। लेकिन उसमें कोई नतीजा नहीं निकल सका है।  जानकारी अनुसार राजस्थान बीज भंडार के संचालक अनिल गहलोत, मुनीम मुकेश सैनी ने जिलेभर में किसानों से चना, सरसों की फसल खरीद की। करीब 12 हजार बोरी 18 से 20 करोड़ में ब्यावर की मंडी में बेच दी, लेकिन किसानों को 6 करोड़ का बकाया अदा नहीं किया। मामले में पुलिस प्रशासन को गुहार लगाने के बाद बीते दो माह से किसान भटक रहे हैं।