Ajmer 11 साल बाद जुलाई-अगस्त में ट्रेड यूनियन की मान्यता के लिए चुनाव
अजमेर न्यूज़ डेस्क, ट्रेड यूनियन की मान्यता के लिए उप रेलवे में 43 हजार तथा अजमेर रेल मंडल में साढ़े 12 हजार रेल कर्मचारी गुप्त मतदान करेंगे। इसके लिए रेलवे ने जुलाई-अगस्त में चुनाव कराने के आदेश जारी किए हैं। ये चुनाव हर छठे साल होते हैं लेकिन इस बार 2013 के बाद अब हो रहे हैं। सीनियर डीपीओ हेमंत सुनालिया का कहना है कि जोन स्तर पर होने वाले चुनाव के लिए मंडल स्तर पर मतदाता सूची बनेगी। रेलवे की ट्रेड यूनियनों ने चुनाव कराने के लिए कई बार मांग की थी। 2007 और 2013 में हुए चुनाव में नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन तथा उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ को मान्यता मिली थी। इसके बाद 2019 में चुनाव होने थे। कर्मचारी यूनियनों का कहना है कि 4 साल से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार इसमें लगातार देरी कर रही है।
चुनाव समय पर हों, बरसों से देरी: यूनियन
नियम: रेलवे यूनियन की मान्यता के लिए 30-35 प्रतिशत मत जरूरी
{जोन स्तर पर करीब 12900 वोटरों का समर्थन जरूरी: जोन स्तर पर जिन ट्रेड यूनियन को कुल मतदाताओं का 35 या कुल मतदान के 30 प्रतिशत मत मिलते हैं। उन्हें मान्यता प्राप्त यूनियन घोषित किया जाता है। देश में रेलवे के 17 जोन और 154 मंडल कार्यालय (डीआरएम) हैं।
{प्रेम मीटिंग में मान्यता प्राप्त यूनियन ही शामिल: ऑन इंडिया रेलवे फैडरेशन मेंस के जोनल सचिव अरुण गुप्ता बताते हंै कि मान्यता प्राप्त ट्रेड यूनियन रेल प्रशासन के साथ प्रेम मीटिंग में शामिल होती हंै। कर्मचारियों की समस्याओं और मांगों से अवगत कराते हंै। इन पर ही विचार होता है।
उप रेलवे में वोटर
मंडल मतदाता
अजमेर 12500
जयपुर 10000
बीकानेर 10300
जोधपुर 10600
{3 बड़े मुद्दे: ओपीएस लागू करो, 8वां वेतन आयोग बनाओ, निजीकरण रोको
3. रेलवे में ट्रेनों और स्टेशनों के निजीकरण के विरोध का मुद्दा मुखर रहेगा।
2. आठवें वेतन आयोग की मांग को लेकर रेलवे यूनियन वोटरों को लुभाने का प्रयास करंेगे।
1. ओल्ड पेंशन स्कीम लागू कराने के लिए यूनियन संघर्ष का वादा दोहराएंगी।