Ajmer जेएलएन अस्पताल के डॉक्टरों ने दिया धरना, दो घंटे कार्य बहिष्कार कर किया
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर के जेएलएन हॉस्पिटल के सीनियर डॉक्टरों ने सोमवार को प्रदर्शन कर 2 घंटे कार्य बहिष्कार किया। इस दौरान धरना देकर सरकार से मांगों पर उचित कार्यवाही की मांग भी की। अपनी 10 सूत्री मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं होने आन्दोलन तेज करने की चेतावनी भी दी। जेएलएन हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अरविंद खरे ने बताया कि सभी सीनियर डॉक्टर अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर 4 -5 माह से शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। सरकार से तीन बार मिलकर मांगों को पूरा करने की बात की गई थी। 1 अगस्त को सरकार के आश्वासन के कारण कार्य बहिष्कार को स्थगित कर दिया था। एक सितम्बर तक भी सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया है। जिसके बाद डॉक्टरों के सब्र का बांध टूट गया और शनिवार से 2 घंटे कार्य बहिष्कार करने का निर्णय किया। हालांकि, इमरजेंसी सेवाएं चालू हैं जिससे कि मरीजों को किसी तरह की परेशानी ना हो। अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग जल्द पूरी नहीं हुई तो आगामी दिनों में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
डॉक्टर अरविंद खरे ने बताया कि 21 अप्रैल, 24 अप्रैल व 26 मई को प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा के आदेश द्वारा चिकित्सक शिक्षकों की मेडिकल कैडर, सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड, एमएमसी के आधार पर प्रमोशन, एकेडमिक हाई रिस्क और अन्य अलाउंस, सीनियर डेमोंस्ट्रेटर का प्रमोशन, वेतन विसंगति व परामर्श शुल्क की वृद्धि जैसी मांगों काे लेकर पिछले महीनों में तीन बार समिति गठित की जा चुकी है। समिति चिकित्सकों से 9 मई, 30 मई व 23 जून को वार्ता भी कर चुकी है। सभी मांगों पर सहमति व्यक्त की थी, लेकिन कोई भी मांग पूरी नहीं हुई। सरकार ने निजी चिकित्सक के लिए आरजीएचएस रोगियों से लिया जाने वाला परामर्श शुल्क विशेषज्ञ चिकित्सकों के लिए 1 वर्ष में 135 रुपए से 350 रुपए कर दिया। लेकिन मेडिकल कॉलेज टीचर्स द्वारा लिया जाने वाला परामर्श शुल्क 2011 से अभी तक नहीं बढ़ाया है।