Ajmer निगम जेईएन और पार्षद पर मिलीभगत का आरोप, कार्रवाई की मांग
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर वैश्य समाज की ओर से सोमवार को एसपी कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया। समाज के प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन कर अजमेर एसपी को ज्ञापन देकर भाजपा से निष्कासित पार्षद और उनके बेटे के खिलाफ दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार करने की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
निगम पर JEN पर लगाए आरोप
वैश्य समाज के प्रतिनिधि दिनेश खंडेलवाल ने बताया कि समाज के एक प्रतिनिधि की जमीन पर भूमाफिया के द्वारा अतिक्रमण करने की कोशिश की जा रही थी। जिसकी सूचना पर वह मौके पर पहुंचे तो वहां नगर निगम की JEN जेसीबी के जरिए दीवार तोड़ रही थी। 2014 में यह दीवार निर्माण करवाया गया था। लेकिन स्थानीय पार्षद के द्वारा इस जमीन पर नजर लगा रखी है।पीड़ित से 50 लाख रुपए की डिमांड की जा रही है। मना करने पर जबरदस्ती कर परेशान किया गया। बाद में उनके साथ हाथापाई कर जान से मारने की कोशिश की गई। इस दौरान निगम के कर्मचारी भी शामिल थे। बाद में समाज के प्रतिनिधि के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज करवाई गई।शनिवार के दिन छुट्टी के दिन निगम अधिकारी के द्वारा मिली भगत कर दबाव बनाने का काम किया गया। वैश्य समाज के द्वारा इसका विरोध जताया गया है। अजमेर एसपी को ज्ञापन देकर मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।
पीड़ित ने दर्ज करवाया मुकदमा
पीड़ित दिनेश खंडेलवाल के द्वारा भी मामले में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। जिसमें उसने बताया कि उसके पिता शंकर खंडेलवाल ने 1973 में लायंस क्लब के पीछे जमीन खरीदी थी। उनके निधन के बाद पुत्र दिनेश व आशीष का इस जमीन स्वामित्व है। पार्षद वीरेंद्र वालिया उसे लंबे समय से धमका रहा है की जमीन बैच फिर 50 लाख रुपए दो, वरना यहां पर रखना नहीं दूंगा। दिनेश ने आरोप लगाया की वालिया ने नगर निगम अधिकारी से मिली भगत कर जमीन पर बनी बाउंड्री वॉल तुड़वा दी। वालिया द्वारा नाले की जमीन पर कब्जा करने की शिकायत कई बार की गई।