आबादी क्षेत्र से बाहर शिफ्ट की जाएगी अजमेर सेंट्रल जेल, इस 3 मिनट के वीडियो में देखें बड़ी खबर

अजमेर न्यूज़ डेस्क ,अजमेर सहित राज्य के अन्य जिलों में आबादी क्षेत्र में संचालित सेंट्रल व अन्य जेल को आबादी क्षेत्र से बाहर शिफ्ट किया जाएगा। गृह विभाग के निर्देश पर इसकी कवायद शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने जेल अधीक्षक को जमीन आवंटन के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) में आवेदन करने के निर्देश दिए हैं।शहर के बाहरी क्षेत्र में सेंट्रल जेल के लिए जगह तलाशी जाएगी। संयुक्त शासन सचिव, गृह (ग्रुप-12) विभाग ने जेल अधीक्षक को आबादी क्षेत्र से बाहर नई जेल बनाने के लिए जमीन आवंटन के निर्देश दिए थे। तहसीलदार ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अजमेर की अधिकतर राजस्व भूमि अजमेर विकास प्राधिकरण को आवंटित हो चुकी हैं, इसलिए अब जमीन का आवंटन प्राधिकरण ही करेगा।
आसपास आबादी, आरबीएसई और राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल जैसे संस्थानिक क्षेत्र
अजमेर की सेंट्रल जेल आजादी से पूर्व अजमेर मेरवाड़ा स्टेट के समय से ही सैकड़ों बीघा में है। अब यह शहर की प्रमुख जयपुर रोड पर है। यह संस्थानिक क्षेत्र में है। इसके सामने ही राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कार्यालय, नजदीक ही राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल है।जेल के आसपास ही कई आवासीय कॉलोनियां भी हैं। पीछे की ओर सेना का कंटोनमेंट एरिया है।जेल में बाहरी राज्यों तथा पाकिस्तान व बांग्लादेश तथा जम्मू कश्मीर, पंजाब सहित कई अन्य राज्यों के सजायाफ्ता कैदी बंद हैं। कैदियों को जेल से अदालत ले जाने के दौरान आबादी क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर मामला संवेदनशील रहता है। जेल से बाहर निकलने वाले कैदियों के साथ गैंगवार की भी आशंका रहती है।
सेंट्रल जेल से करीब 100 मीटर की दूरी पर पुलिस लाइन मैदान व पुलिसकर्मियों के क्वार्टर हैं।
पुलिस लाइन मैदान में राज्य व संभाग स्तरीय कार्यक्रम भी होते हैं। इसलिए अजमेर सेंट्रल जेल को आबादी क्षेत्र से बाहर शिफ्ट करना आवश्यक है। इसकी बाउंड्रीवाल कई जगह से क्षतिग्रस्त भी हो चुकी है।
हाई सिक्योरिटी जेल के आसपास भी आबादी
अजमेर सेंट्रल जेल के अलावा जयपुर रोड पर हार्डकोर बंदियों के लिए हाई सिक्योरिटी जेल भी है। इसके सामने राज्य स्तरीय राजस्व अनुसंधान प्रशिक्षण संस्थान आदि कार्यालय हैं। इसके आसपास अजमेर विकास प्राधिकरण की सैकड़ों बीघा सरकारी जमीन है।यहां टाउनशिप विकसित करने की तैयारी की जा रही है। इससे यह जेल भी आबादी क्षेत्र में आ जाएगी। इन दोनों जेलों के अलावा शहरी क्षेत्र में ही किशोरियों के लिए नारीशाला तथा किशोरों के लिए बाल संप्रेषण गृह है।