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Ajmer कैज्युलटी रेजीडेंट चिकित्सकों के भरोसे, सभी सीएमओ नहीं बैठते

 
Ajmer कैज्युलटी रेजीडेंट चिकित्सकों के भरोसे, सभी सीएमओ नहीं बैठते

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की आपातकालीन इकाई (कैज्युल्टी) रेजीडेंट चिकित्सकों के भरोसे है। अधिकांश समय रेजीडेंट चिकित्सक एवं सीनियर रेजीडेंट चिकित्सक ही ड्यूटी दे रहे हैं। अस्पताल प्रशासन ने भले ही विभागों के अनुसार 21 सीएमओ नियुक्त कर रखे हैं लेकिन इनमें से कई तो बायोमेट्रिक हाजिरी लगाकर रवाना हो जाते हैं।अस्पताल की आपातकालीन इकाई में ओपीडी के समय भले ही सीएमओ ड्यूटी दे रहे हैं। इवनिंग में भी एक सीएमओ बराबर ड्यूटी दे रहे हैं मगर अधिकांश समय सीएमओ की कुर्सी खाली नजर आती है। ऐसे में गंभीर मरीजों के साथ सड़क दुर्घटना में गंभीर घायलों के त्वरित उपचार में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रात्रि में तो अधिकांश समय सीएमओ नजर नहीं आते हैं।

सीएमओ हो तो ये व्यवस्थाएं रहती हैं सुचारू

सभी रेजीडेंट की पूरे समय मौजूदगी।

गंभीर मरीज का त्वरित उपचार।

कैज्युल्टी होने पर परिजन के हंगामे व विरोध पर नियंत्रण।

इकाई में आई सभी मरीजों को समय पर उपचार, वार्ड में शिफ्टिंग

मरीज की मौत या ब्रॉड डेड पर त्वरित निर्णय, पीएम की व्यवस्था।

संदिग्ध मामला आने पर तुरंत पुलिस को सूचना आदि।

अस्पताल प्रबंधन ने निरीक्षण का रोड मेप बनाया मगर कारगर नहीं

आपातकालीन विभाग में सीएमओ की ड्यूटी के निरीक्षण के लिए अस्पताल प्रबंधन ने रोडमैप बनाया। इसमें सुबह, दोपहर, शाम एवं रात्रि में सीएमओ की ड्यूटी जांचने एवं निरीक्षण के लिए चिकित्साधिकारियों को जिम्मा सौंपा मगर अभी भी व्यवस्था पटरी पर नहीं बैठ पाई है।

सभी सीएमओ को ड्यूटी के लिए पाबंद किया है। ड्यूटी पर नहीं मिलने पर नोटिस भी दिए हैं। ड्यूटी के लिए निरीक्षण की व्यवस्था भी की है। सीएमओ ड्यूटी पर नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।