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Ajmer कार्बन उत्सर्जन से पर्यावरण ख़राब हो रहा है और फसलें प्रभावित हो रही

 
Ajmer कार्बन उत्सर्जन से पर्यावरण ख़राब हो रहा है और फसलें प्रभावित हो रही

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  मौसम के लिहाज से वर्ष 2023 काफी बदलाव दिखा रहा है। फरवरी में काफी गर्माहट रही तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण मार्च से मई तक कई बार बरसात हुई। जुलाई के बाद राजस्थान सहित देश के कई राज्यों में ज्यादा बरसात नहीं देखी गई। जलवायु परिवर्तन का कारण तापमान बढ़ना माना जा रहा है। जिसका सीधा असर फसलों की पैदावार पर पड़ा है। इसमें कार्बन उत्सर्जन भी प्रभावी कारक रहा है। इसको काम करना बहुत जरूरी है। पिछले 30 साल में फॉसिल फ्यूल्स की सप्लाई पर ध्यान नहीं दिया। साल 2010 में देश में फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता 70.40 फीसदी थी, जो अब 69.4 प्रतिशत है। तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 30 साल तक गर्मी में तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तक रहता था, जो बढ़कर 43 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। सर्दी में तापमान 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। इसके लिए ज्यादा प्रदूषण जिम्मेदार है। इस साल फरवरी में ही अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया था।

श्विक स्तर पर कार्बन उत्सर्जन का बढ़ना चिंताजनक है। बायो फ्यूल, ई-व्हीकल के बावजूद ग्लोबल वार्मिंग कम नहीं हुई है। यूरोप-अमरीका में इस बार तापमान में उछाल और भारत में मानसून का बदला पैटर्न इसका परिचायक है। इसलिए फसल पैदावार पर इसका असर पड़ रहा है। कार्बन उत्सर्जन पर नियंत्रण पाना जरूरी है। बढ़ रहा कार्बन उत्सर्जन : अजमेर जिले में प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष 0.8 से 1.5 टन कार्बन उत्सर्जित कर रहा है। 40 प्रतिशत कार्बन उत्सर्जन घरेलू बिजली आपूर्ति व्यवसाय और औद्योगिक क्षेत्रों से हो रहा है। 20 फीसदी उत्सर्जन सॉलिड वेस्ट और वेस्ट वाटर से जुड़े कामों से होता है।

दवा वितरकों ने दो घंटे किया कार्य बहिष्कार

राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ एकीकृत के बैनर तले फार्मासिस्ट लम्बित मांगों का समाधान नहीं होने पर विरोध में उतर गए। प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत बुधवार से दो घंटे कार्य बहिष्कार प्रारंभ किया गया है। गुरुवार को भी सुबह 8 से 10 बजे तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में फार्मासिस्ट ने दो घंटे कार्य बहिष्कार किया। इस दौरान मरीज दवाइयों के लिए इंतजार करते रहे। बाद में जिला कलक्टर एवं अस्पताल अधीक्षक को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन देने वालों में संरक्षक अशोक नाथ देवड़ा, अध्यक्ष प्रशान्त भटनागर, सचिव अदिति त्यागी, महावीर कुलदीप, प्रदीप जांगिड़ सहित अन्य शामिल रहे। गुरुवार को भी दो घंटे कार्य बहिष्कार रहेगा।