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Ajmer 15 और एसआई पकड़े गए, इनमें से 8 टॉप-100 में शामिल

 
Ajmer 15 और एसआई पकड़े गए, इनमें से 8 टॉप-100 में शामिल

अजमेर न्यूज़ डेस्क, एसआई भर्ती परीक्षा-2021 पेपर लीक और डमी अभ्यर्थी बैठाने के मामले में एसओजी मंगलवार को राजस्थान पुलिस एकेडमी से 15 ट्रेनी एसआई को पूछताछ के लिए मुख्यालय लेकर गई। इनमें 2 महिला एसआई हैं और 8 टॉप-100 में शामिल हैं। इनमें से 8 को यह भी पता नहीं कि उनका सेंटर कहां आया था। इनमें से एक ट्रेनी एसआई तो बेंगलुरु में कपड़े की दुकान पर काम करता था। उसका सेंटर कहां आया था, उसे पता नहीं है। अन्य ट्रेनी एसआई भी पूछताछ में परीक्षा संबंधी जानकारियां नहीं दे पाए। ऐसे में आशंका है कि उन्होंने लीक पेपर से परीक्षा दी या डमी अभ्यर्थी बैठाए थे। इन संदिग्ध ट्रेनी एसआई की रैंक 3, 6, 8, 13, 28, 47, 55, 91, 147, 346 व 411 बताई जा रही है। एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि पूछताछ पूरी होने पर इन एसआई की गिरफ्तारी संभव होगी। इससे पहले एसओजी ने 4 मार्च को आरपीए से 12, सांचौर व किशनगढ़ से 1-1 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया था। 12 मार्च को दो बहनों व उनकी बुआ की नातिन को गिरफ्तार किया था। चयनित 2 एसआई ट्रेनिंग पर नहीं पहुंचे थे। इस प्रकार 19 एसआई की गिरफ्तारी हो चुकी, जिनमें 9 महिला एसआई हैं।

नरेश कुमार- प्रथम रैंक

हिंदी में संख्या 165. जीके में 186 अंक.

कुल 400 में से 351 अंक प्राप्त किए।

पिछले दिनों पकड़े गए 8 एसआई की रिजल्ट

राजेंद्र गौतम जयपुर. जब एसओजी ने उसी पेपर पर एसआई की लिखित परीक्षा ली, जिस पेपर पर आरपीएससी ने एसआई की परीक्षा ली थी, तो साक्षात्कार के लिए आवश्यक 400 अंकों में से 233 अंक भी नहीं मिले। ऐसे में 110 एसआई रडार पर हैं. आरपीएससी परीक्षा में इन्हें 75 से 80 फीसदी अंक मिले थे, जबकि एसओजी ने जांच की तो इनमें से ज्यादातर 15 एसआई को 40 फीसदी के आसपास ही अंक मिले. टॉपर नरेश को तब 351 अंक मिले थे, अब उन्हें सिर्फ 218 अंक मिले हैं.

चंचल- अयोग्य

हिंदी में 90 अंक और जीके में 96 अंक। यानी वह कुल 400 में से सिर्फ 186 अंक ही हासिल कर पाई हैं.

चंचल- 372वीं रैंक

हिंदी में 151 अंक और जीके में 157 अंक। यानी उन्हें कुल 400 में से 308 अंक मिले थे.

भगवती- अयोग्य

हिंदी में 72 अंक और जीके में 70 अंक। यानी वह कुल 400 में से सिर्फ 142 अंक ही हासिल कर पाई है.

भगवती- 298वीं रैंक

हिंदी में 169 और जीके में 141 अंक। यानी उसे कुल 400 में से 310 अंक मिले थे.

एकता- अयोग्य

हिंदी में 70 अंक और जीके में 80 अंक। यानी वह कुल 400 में से सिर्फ 150 अंक ही हासिल कर पाई है.

एकता- 123वीं रैंक

हिंदी में 156 अंक और जीके में 163 अंक। यानी उन्हें कुल 400 में से 319 अंक मिले थे.

अशोक सिंह नाथावत- अयोग्य

हिंदी में 60 अंक और जीके में 78 अंक। यानी उन्हें कुल 400 में से सिर्फ 138 अंक ही मिल पाए हैं.

अशोक सिंह नाथावत- 35वीं रैंक

हिंदी में 172 अंक और जीके में 167 अंक। यानी उन्हें कुल 400 में से 339 अंक मिले थे.

गोपीराम जांगू- अयोग्य

हिंदी में 80 अंक और जीके में 100 अंक। यानी उन्हें कुल 400 में से सिर्फ 180 अंक ही मिल पाए हैं.

गोपीराम जांगू- 135वीं रैंक

हिंदी में 164 अंक और जीके में 163 अंक। यानी उन्हें कुल 400 में से 327 अंक मिले थे.

प्रेमसुखी- अयोग्य

हिंदी में 100 अंक और जीके में 60 अंक। यानी मुझे 400 में से सिर्फ 160 अंक मिले.

प्रेमसुखी- 72वीं रैंक

हिंदी में 171 अंक और जीके में 165 अंक। यानी उन्हें कुल 400 में से 336 अंक मिले थे.

करण पाल गोदारा- अयोग्य

हिंदी में 96 अंक और जीके में 70 अंक। यानी उन्हें 400 में से सिर्फ 166 अंक ही मिल सके.

करणपाल गोदारा- 22वीं रैंक

हिंदी में 179 अंक और जीके में 165 अंक। यानी उन्हें कुल 400 में से 344 अंक प्राप्त हुए थे.

नरेश कुमार- अयोग्य

हिंदी में नंबर 98. जीके में 120 अंक। कुल 400 अंकों में से मुझे केवल 218 अंक ही मिल सके.