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अजमेर की भूणाबाय पहाड़ी पर चढ़ा युवक, जोर-जोर से रोने लगा, पुलिस और सिविल डिफेंस ने दो घंटे में बचाया

 
अजमेर की भूणाबाय पहाड़ी पर चढ़ा युवक, जोर-जोर से रोने लगा, पुलिस और सिविल डिफेंस ने दो घंटे में बचाया

भूणाबाय पहाड़ी पर गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एक युवक अचानक पहाड़ी पर चढ़ गया और जोर-जोर से रोने लगा। ऊंचाई से आ रही चीखें और रोने की आवाज सुनकर इलाके के लोग घबराकर बाहर निकल आए। देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग पहाड़ी के नीचे इकट्ठा हो गए और युवक को शांत करने की कोशिश करने लगे।

घटना की सूचना मिलते ही सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुँची। युवक की स्थिति नाजुक बनी हुई थी और उसके व्यवहार को देखते हुए पुलिस ने तुरंत सिविल डिफेंस टीम को भी बुलाया। स्थानीय लोगों और पुलिस के मुताबिक, युवक लगातार रो रहा था और किसी से बात नहीं कर रहा था। उसकी मानसिक स्थिति असंतुलित प्रतीत हो रही थी, जिससे स्थिति और गंभीर होती जा रही थी।

सिविल डिफेंस की टीम ने सावधानी से पहाड़ी पर चढ़कर युवक को सुरक्षित नीचे लाने की कोशिश की। यह प्रयास आसान नहीं था, क्योंकि पहाड़ी का क्षेत्र पथरीला और फिसलन भरा है। टीम ने रस्सियों और सुरक्षा उपकरणों की मदद से धीरे-धीरे युवक के पास पहुंचने की रणनीति बनाई। करीब दो घंटे की लगातार मशक्कत और समझाइश के बाद आखिरकार युवक को काबू में लेकर सुरक्षित नीचे उतार लिया गया।

बचाव अभियान के दौरान पुलिस लगातार नीचे से स्थिति पर नजर रख रही थी और भीड़ को नियंत्रित करने में लगी थी। लोगों में युवक को लेकर चिंता और उत्सुकता दोनों बनी रही। जैसे ही टीम युवक को सुरक्षित नीचे लाई, लोगों ने राहत की सांस ली।

पुलिस ने युवक की पहचान करने की कोशिश की और उसे थाने ले जाकर प्रारंभिक पूछताछ की। बताया जा रहा है कि युवक भावनात्मक तनाव से गुजर रहा था और इसी कारण वह पहाड़ी पर चढ़ गया था। हालांकि उसके रोने और पहाड़ी पर जाने के पीछे की वास्तविक वजह की जानकारी पुलिस जुटा रही है। परिजनों को भी घटना की सूचना दे दी गई है।

स्थानीय लोगों ने सिविल डिफेंस और पुलिस की तत्परता की सराहना की। उनका कहना है कि अगर समय पर टीम न पहुँचती, तो स्थिति और भयावह हो सकती थी। पहाड़ी की ऊंचाई और ढलान को देखते हुए यह रेस्क्यू ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण था।

पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि मानसिक तनाव से गुजर रहे व्यक्तियों पर विशेष ध्यान दें और ऐसी स्थितियों में तुरंत प्रशासन को सूचना दें, ताकि किसी अनहोनी को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि समय पर मिली सूचना और टीम के त्वरित प्रयास की वजह से ही युवक को सुरक्षित बचाया जा सका।

घटना ने एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की जरूरत को उजागर किया है। फिलहाल युवक सुरक्षित है और उसका चिकित्सकीय परीक्षण कराया जा रहा है।