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Ajmer फसल खराब होने पर सर्वे हो, ताकि मिल सके मुआवजा सांसद चौधरी ने मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री व मुख्य सचिव को लिखा पत्र

 
Ajmer फसल खराब होने पर सर्वे हो, ताकि मिल सके मुआवजा सांसद चौधरी ने मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री व मुख्य सचिव को लिखा पत्र

अजमेर न्यूज डेस्क, अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया से अजमेर संसदीय क्षेत्र में खराब हुई रबी फसलों के साथ-साथ कुछ स्थानों पर शीतलहर और शीतदंश तथा कुछ स्थानों पर अतिवृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे एवं सर्वे कर तत्काल मुआवजा दिलाने का आग्रह किया. और मुख्य सचिव उषा शर्मा को पत्र लिखा है।

सासंद चौधरी ने अपने पत्र में लिखा है कि राज्य में 2022 रबी की फसल किसानों ने कड़ी मेहनत से बोई थी, लेकिन पिछले 10-15 दिनों में शीत लहर और पाले के कारण सरसों, चना, जीरा, तारामीरा जैसी खड़ी और लहलहाती फसलें, अजमेर जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश में गेहूं, जौ, हरा चारा व सब्जी आदि की करीब 40-50 प्रतिशत फसल खराब व बर्बाद हो चुकी है। विगत सितंबर-अक्टूबर 2022, खरीफ फसल 2022 भी प्रदेश में कई स्थानों पर मानसून के दौरान पर्याप्त वर्षा नहीं होने से अधिकांश फसलें नष्ट हो गईं, वहीं दूसरी ओर कुछ जिलों में अतिवृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ , यानी बार-बार भारी बारिश। और ओकाड यानि खराब हवा बताया गया। जिससे बोई गई फसल सुचारू रूप से नहीं बढ़ पाई।

अब रबी की फसल 2022 भी शीत लहर और पाले से बर्बाद हो गई है। अधिकांश स्थानों पर कड़ाके की ठंड व पाला पड़ने से सब्जियों व फसलों के पत्ते झुलस गए हैं. सिकुड़ना और पिघलना। जिससे प्रदेश के किसान अब मानसिक रूप से परेशान हो गए हैं। प्रदेश में रबी फसल 2022 की गिरदावरी व जांच कराने के लिए संबंधित बीमा कंपनियों व विभागीय अधिकारियों द्वारा ठोस प्रशासनिक कार्रवाई किए जाने की उम्मीद है.

पिछले साल भी बीमा कंपनियों द्वारा नुकसान का सर्वे नहीं करने के कारण राज्य के किसानों को बीमा कंपनियों व संबंधित अधिकारियों की लापरवाही के कारण उचित मुआवजा नहीं मिल सका था. वर्तमान में स्थिति यह हो गई है कि प्रदेश में कई जगहों पर किसान बैंकों और साहूकारों से कर्ज लेकर फसल खराब होने के कारण कर्जदार हो गए हैं. आर्थिक तंगी के कारण परिवार का पालन-पोषण करने में उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर किसानों व ग्रामीणों द्वारा गत खरीफ व रबी फसल 2022 में हुए नुकसान के सर्वे के आधार पर अविलंब मुआवजा देने की मांग की जा रही है.v