Jaipur Literature Festival 2022: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2022 इस बार हाइब्रिड मोड पर होगा आयोजित, 35 भाषाओं में 500 स्पीकर्स बनेंगे जेएलएफ का हिस्सा
Jaipur Literature Festival 2022: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2022 का 15वां संस्करण 5 से 14 मार्च को जयपुर (Jaipur, Rajasthan) के होटल क्लार्क्स आमेर (Hotel Clarks Amer, Jaipur) में आयोजित होगा। महोत्सव में इस साल 15 भारतीय (Indian) भाषाएं शामिल होंगी। राजस्थानी विरासत और संस्कृति (Rajasthan History And Culture) पर आधारित कई विशेष सत्र के अलावा 35 भाषाओं में 500 स्पीकर्स बनेंगे इस महोत्स्व का हिस्सा।
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2022 पांच दिवसीय ऑन-द-ग्राउंड साहित्यिक समारोह के लिए जयपुर के अपने पारंपरिक घर लौटने के लिए तैयार है। कोरोना के चलते पिछले बार ऑनलाइन हुआ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल इस बार हाइब्रिड मोड पर होगा। इस बार पांच से नौ मार्च तक वर्चुअल और 10 से 15 मार्च तक ऑफलाइन सेशन होटल क्लार्क्स आमेर में होंगे। यूक्रेन और रूस के मुद्दे (Ukraine Russia War) पर भी इस बार कुछ सत्र होंगे, जिसमें लेखक इस वॉर पर बात करेंगे। बुधवार को होटल क्लार्क्स आमेर में प्रीव्यू शो के दौरान टीमवर्क के प्रोड्यूसर संजॉय के रॉय और होटल के एमडी अपूर्व कुमार मीडिया से रूबरू हुए। संजॉय ने कहा कि दो साल के बाद ऑन ग्राउंड फेस्टिवल कर रहे हैं, यह हमारे लिए बहुत खास है। इस साल के प्रोग्राम में साहित्य के विभिन्न पहलुओं के साथ ही यूक्रेन-रूस विवाद, जलवायु परिवर्तन, न्यू वर्ल्ड ऑर्डर, फिक्शन की कला, काव्य, यात्रा, विज्ञान, इतिहास जैसे विषयों पर दुनियाभर के दिग्गज रूबरू होंगे। यह फेस्टिवल इस बार राजस्थान टूरिज्म के सहयोग से हो रहा है।
पांच साल पहले जयपुर को 110 करोड़ का बिजनेस मिला
संजॉय ने कहा कि पांच साल पहले हमने एक सर्वे करवाया था, जिसमें पता चला था कि इस फेस्टिवल के चलते जयपुर में विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 110 करोड़ का व्यापार हुआ था। इसके चलते हजारो को रोजगार मिला। कोरोना के बाद िस्थतियां बदल गई है, ऐसे में जेएलएफ से फिर जयपुर के लोगों को उम्मीदें बनी है। ऐसे में हमने इसे वृहद स्तर पर ही प्लान किया है। ऑनग्राउंड पर लगभग 250 से ज्यादा राइटर्स हिस्सा लेंगे।
जेएलएफ का यह 15वां आयोजन
संजॉय ने बताया कि 2001 में जॉन दा और फेत सिंह जी ने इस फेस्टिवल की नींव डाली थी, इसके बाद हमें इसे दुनियाभर के लोगों तक पहुंचाने के लिए जोड़ा गया। आज यह न केवल जयपुर बल्कि दुनिया के कई बड़े शहरों में अपनी चमक बिखेर रहा है। जल्द ही कुछ नए देशों में इसका आयोजन करने वाले हैं।
डॉ. परीक्षित अपनी पुस्तक पर करेंगे चर्चा
जेएलएफ में एक सेशन में लेखक डॉ. परीक्षित सिंह और डॉ. मकरंद परांजपे और मालाश्री लाल के साथ चर्चा करते दिखेंगे। इस बातचीमें परीक्षित सिंह की हालही में जारी पुस्तक श्रीओरोबिंदो एंड द लिटरेरी रेनेसांस ऑफ इंडिया पर होगी। परांजपेय ने कहा कि ओरोबिंदों पर कई लेखकाें ने पुस्तक लिखी, लेकिन परीक्षित सिंह जितना व्यापक प्रयास किसी ने किया। पुस्तक के आठ भाग है, विभिन्न विषयों को अलग अंदाज में प्रस्तुत किया है।
राजस्थानी भाषा में भी होंगे सेशन
इस बार राजस्थारी भाषा और स्थानीय बोलियों पर भी चर्चा होगी। एक सत्र में कवि और साहित्यकार चन्द्र प्रकाश देवल राजस्थान की भाषाओँ, साहित्य, कविता और संगीत पर अपने विचार रखेंगे, उनके साथ लेखिका और कवयित्री अनुकृति उपाध्याय चर्चा करेंगी। एक सत्र ट्रेजर एट द जयपुर कोर्ट में लेखिका वंदना भंडारी और इतिहासकार गिल्स तिलोत्सों के साथ संवाद में इतिहासकार रीमा हूजा बात करेंगी। एक सत्र में इतिहासकार यशस्वनी चंद्रा और रीमा हूजा महान योद्धा महाराणा प्रताप और उनके घोड़े चेतक के बारे में कुछ और अनसुनी कहानियां सुनाएंगी।