Udaipur अधिकांश मंदिरों में 31 को मनाई जाएगी दिवाली, वीडियो में देखें दिवाली कब और शुभ महूर्त
उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर शहर के प्रमुख मंदिरों में 31 अक्टूबर को अमावस्या मानते हुए दीपावली मनाई जाएगी। अंचल के प्रमुख सांवरियाजी, मंडफिया मंदिर में 1 नवंबर को दीपोत्सव होगा। इसी दिन जैन समाज भी भगवान महावीर का निर्वाणोत्सव मनाएगा। कुल मिलाकर दो दिन की दिवाली के चलते इस बार 6 दिन तक दीये झिलमिलाएंगे।अब तक की स्थिति के अनुसार अधिकांश लोगों की माने तो दिवाली का त्योहार 31 को ही मनाया जाएगा। क्योंकि आम लोगों यह परंपरा रही है कि दिवाली का त्योहार यानि की अमावस्या, कार्तिक कृष्ण पक्ष की आखिरी दिन अमावस्या की रात। ऐसे में आम लोगों को तिथियों की घट और वद से अधिक लगातार 5 दिन से है।जैसे 29 अक्टूबर को धनतेरस, 30 को रूप चतुर्दशी, 31 को दीपावली, 1 को गोवर्धन पूजा और 2 को भाई दूज। इस तरह से पांच दिन लगातार गिन कर मानते है। यदि 1 को दिवाली मानते हैं तो बीच में 30 अक्टूबर को दिन पड़त होगा और 31 को चतुर्दशी मानी जाएगी।
सर्व संप्रदाय संस्थान ने दिवाली 31 अक्टूबर को मनाना तय किया है। अध्यक्ष महंत इंद्रदेव दास ने बताया कि उदयपुर के 28 मंदिरों में स्थल आश्रम सूरजपोल, श्री स्वामी चतुर्भुज हनुमान धाम, रोकडिया हनुमान जी, नौलखा हनुमान जी, सर्वेश्वर धाम, काली कल्याण धाम सम्राट नगर, बोहरा गणेश जी, सत्यनारायण मंदिर नौलखा आदि मंदिरों ने चर्चा कर सर्व सम्मति से निर्णय लिया कि 31 अक्टूबर गुरुवार को ही उदयपुर के विभिन्न मंदिर-मठों में दिवाली मनाई जाएगी। बता दें कि इस बार अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर बाद 3:53 बजे शुरू होकर दूसरे दिन 1 नवंबर को शाम 6:17 बजे तक रहेगी। इसके बाद प्रतिपदा लग जाएगी।
दीपावली के दिन ही भगवान महावीर का निर्वाण हुआ था : दूसरी ओर जैन समाज की ओर से दीपावली और अमावस्या एक को मनाई जा रही है। इस दिन भगवान महावीर का निर्वाण हुआ था। इस कारण जैन समाज महावीर का निर्वाणोत्सव हमेशा ही दिवाली के दिन मनाता है ओर मंदिरों में निर्वाण लाडू चढ़ाया जाता है। आदिनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पारस चित्तोड़ा ने बताया कि जैन समाज में अमावस्या एक नवंबर को मनाई जा रही है। इसी दिन निर्वाण लाडू अर्पित किया जाएगा।